Corruption in Railway: सीबीआई ने उत्तर प्रदेश के लखनऊ में रिश्वत लेने वाले रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई की है। उसके परिसरों की तलाशी के वक्त 1 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं। साथ ही बैंक अकाउंट्स में 1.13 करोड़ रुपये मिले हैं।

उत्तरी रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर (कन्सट्रक्शन) के परिसरों में छापेमारी के दौरान सीबीआई ने 1 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। इसके साथ ही उसके बैंक अकाउंट्स में करीब 1.13 करोड़ रुपये का पता चला है।  मामला उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर का है। डिप्टी चीफ इंजीनियर का नाम अरुण कुमार मित्तल है। इससे पहले उसके पास से करीब 38 लाख रुपये बरामद किए गए थे। इसके साथ ही आरोपी और उसके परिवार के सदस्यों के बैंक अकाउंट्स में 1.13 करोड़ रुपये होने की जानकारी मिली है। कथित तौर पर अधिकतर पैसा कैश के तौर पर विभिन्न बैंक अकाउंट्स में जमा किया गया था।   

11 लाख रुपये के सोने के आभूषण का पता चला 
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा कि छापेमारी में लगभग 11 लाख रुपये के सोने के आभूषण, रेलवे विक्रेताओं व ठेकेदारों सहित अन्य पार्टियों से संबंधित विभिन्न संपत्ति और सामग्री लेनदेन से संबंधित दस्तावेजों का भी पता चला है। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने अरुण मित्तल को एक दिसंबर को लखनऊ में चारबाग परियोजना के काम में लगी फर्म के बिल पास करने के लिए ठेकेदार से रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उन्होंने कहा कि एजेंसी ने जाल बिछाकर मित्तल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।

सीबीआई ने जाल बिछाकर आरोपी को रंगे हाथों पकड़ा है। तब वह शिकायतकर्ता से न केवल 50,000 रुपये की रिश्वत मांग रहा था बल्कि बाद में उसे स्वीकार भी कर रहा था। जिसके बाद दिल्ली और लखनऊ में उसके परिसरों और बैंक लॉकरों की तलाशी ली गई। जिसमें बड़ी मात्रा में कैश और अन्य संपत्ति बरामद हुई। गिरफ्तार किए गए इस आरोपी को कुछ दिन पहले 2 दिसंबर को लखनऊ में अदालत के समक्ष पेश किया गया। जिसके बाद उसे सीबीआई की हिरासत में भेज दिया गया। मामले में जांच अब भी जारी है।