रेल मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि रेलवे की नई समय सारिणी में करीब 500 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार तेज कर दी गई है और वे अब 10 से 70 मिनट तेजी से अपने गंतव्य तक पहुंचेंगी। इसके अलावा, 130 सेवाओं (65 जोड़ी ट्रेनों) को ‘सुपरफास्ट’ श्रेणी में बदल दिया गया है। मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि कुल मिलाकर सभी ट्रेनों की औसत गति में लगभग 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिससे अधिक ट्रेनों के संचालन के लिए लगभग 5 प्रतिशत अतिरिक्त पथ उपलब्ध हो गए हैं।

कई प्रीमियम ट्रेनों के टाइम टेबल में भी हुआ परिवर्तन

भारतीय रेलवे ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर अपनी नई अखिल भारतीय रेलवे टाइम टेबल को “ट्रेन एट ए ग्लेंस (TAG)” के रूप में प्रस्तुत किया है जो 1 अक्टूबर को लागू हो गया है। बयान में कहा गया है कि नई समय सारिणी में नई दिल्ली-वाराणसी और नई दिल्ली-कटरा के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी कई प्रीमियम ट्रेनों को भी शामिल किया गया है।

वर्ष 2022-23 के दौरान मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए भारतीय रेलवे की समयपालन (ट्रेन के निर्धारित समय) लगभग 84 प्रतिशत है, जो 2019-20 के दौरान हासिल की गई लगभग 75 प्रतिशत समयपालन ((ट्रेन के निर्धारित समय) से 9 प्रतिशत अधिक है।

भारतीय रेलवे लगभग 3,240 मेल / एक्सप्रेस ट्रेनें चलाता है जिसमें वंदे भारत एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस, तेजस एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस, अंत्योदय एक्सप्रेस, गरीब रथ एक्सप्रेस, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, युवा एक्सप्रेस, उदय एक्सप्रेस शामिल हैं। इसके अलावा, लगभग 3,000 यात्री ट्रेनें और 5,660 उपनगरीय ट्रेनें भी भारतीय रेलवे नेटवर्क पर संचालित होती हैं।

प्रतिदिन ले जाने वाले यात्रियों की संख्या लगभग 2.23 करोड़ है। अतिरिक्त भीड़ को कम करने और यात्रियों की मांग को पूरा करने के लिए, 2021-22 के दौरान 65,000 से अधिक विशेष ट्रेन यात्राएं संचालित की गईं। वहन क्षमता बढ़ाने और रोलिंग स्टॉक के उपयोग को अधिकतम करने के लिए लगभग 566 कोचों की स्थायी रूप से निगरानी की गई थी।