वाराणसी पहुंचे रेलवे बोर्ड के चेयरमैन व सीईओ वीके त्रिपाठी ने कहा कि  साल के अंत तक देश भर में 75 और वंदे भारत एक्सप्रेस संचालित करने की योजना है। कहा कि शताब्दी ट्रेनों के रैक को वंदे भारत से बदलकर चलाया जाएगा। 

अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन रेलवे बोर्ड के चेयरमैन व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विनय कुमार त्रिपाठी ने शनिवार को कैंट रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण किया। पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि साल के अंत तक देश भर में 75 और वंदे भारत संचालित करने की योजना है। कहा कि शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों के रैक को वंदे भारत से बदलकर चलाया जाएगा।

चेयरकार के साथ शयनयान कोच भी लगाए जाएंगे। लंबी दूरी का सफर कम समय में तय करने के लिए इस बार के रेल बजट में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत पूरे देश के अंदर तीन सालों में 400 वंदे भारत ट्रेनों का संचालन प्रस्तावित हुआ है। वाराणसी से भी कुछ और वंदे भारत चलने की उम्मीद है। 

रेल अधिकारियों से कहा- काम में सुधार लाएं वरना घर जाएं

शनिवार को कैंट स्टेशन पहुंचे रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनय कुमार त्रिपाठी ने मुख्य यात्री हॉल का जायजा लिया। इसके बाद प्लेटफॉर्म नंबर दो पर पहुंचने पर दुर्व्यवस्था को देखकर सवाल किए, उसके बाद अधिकारी बगले झांकने लगे। उन्होंने राइट्स और निर्माण विभाग (इंजीनियरिंग विभाग) के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कार्य में तत्काल सुधार लाने को कहा।

कहा कि भारतीय रेलवे एक है, इसे एक दूसरे विभाग में बांटने के बजाय काम को पूरा करे। कहा कि अनावश्यक खर्चे बंद करें। जब सभी ट्रेनों में बायो टॉयलेट की व्यवस्था कर दी गई है तो वाशेबुल एप्रेन लगाने की क्या जरूरत है। वाशेबुल एप्रेन को तत्काल बंद करे। प्लेटफार्म पर खुले बिजली के तार और उसकी अनदेखी पर उत्तर रेलवे के वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि कार्यशैली में सुधार लाएं वरना घर जाएं।