रेलकर्मियों और उनके स्वजन के लिए राहत भरी खबर है। अब उन्हें पूर्वोत्तर रेलवे के अस्पतालों में जांच रिपोर्ट के लिए लाइन नहीं लगानी पड़ेगी। घर बैठे ही मोबाइल पर खून और पेशाब आदि की जांच रिपोर्ट मिल जाएगी। साथ ही संबंधित चिकित्सकों से आनलाइन सलाह ले सकेंगे। इसके लिए रेलकर्मियों को अपने मोबाइल पर हास्पिटल मैनेजमेंट इंफार्मेशन सिस्टम (एचएमआइएस) डाउनलोड करना होगा।

पूर्वोत्तर रेलवे के सभी अस्पतालों में लागू हुई व्यवस्था

ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल (एलएनएम) सहित पूर्वोत्तर रेलवे के सभी मंडलीय अस्पतालों में एचएमआइएस एप सिस्टम लागू हो गया है। यूनिक मेडिकल आइडेंटिटी कार्ड (उम्मीद) कार्ड के आधार पर इलाज की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। मरीजों को मेडिकल बुक साथ लेकर चलने से मुक्ति मिल गई है। अब एप व्यवस्था लागू हो जाने से साथ में जांच रिपोर्ट भी लेकर चलने से छुटकारा मिलेगा। इस व्यवस्था से 20 से 25 हजार रेलकर्मियों और उनके स्वजन को लाभ मिलेगा। दरअसल, जांच कराने के बाद मरीजों को रिपोर्ट के लिए इंतजार करना पड़ता है। अस्पताल का चक्कर लगाना पड़ता है।

उम्मीद ने बढ़ाई बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की उम्मीद

उम्मीर कार्ड ने बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की उम्मीद बढ़ा दी है। उम्मीद कार्ड से मरीजों का पंजीकरण शुरू हो गया है। एक बार पंजीकरण हो जाने के बाद रेलकर्मी की बीमारी से संबंधित पूरी केस स्टडी (विवरण) सिस्टम पर डाउनलोड हो जा रही है। सिस्टम पर उपचार, जांच व दवाइयां आटोमेटिक अपडेट हो जा रहीं। दवा की पर्ची लेकर काउंटर के सामने लाइन नहीं लगानी पड़ रही।

एचएमआइएस लागू करने वाला पहला जोन बना एनईआर

पूर्वोत्तर रेलवे एचएमआइएस लागू करने वाला भारतीय रेलवे का पहला जोन बन गया है। रेल कार्पोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड (रेल टेल) ने 26 स्वास्थ्य इकाइयों में यह सिस्टम लागू किया है, जिसमें 20 माड्यूल हैं।

रेलवे अस्पतालों में हास्पिटल मैनेजमेंट इंफार्मेशन सिस्टम लागू होने से मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलनी शुरू हो गई हैं। ललित नारायण मिश्र रेलवे हॉस्पिटल गोरखपुर में पैथोलॉजी टेस्ट रिपोर्ट मरीज को एचएमआइएस ऐप के माध्यम से प्राप्त हो जा रहा है। इससे पेपर के बचत होने के साथ रिपोर्ट लाने में लगने वाले समय की भी बचत हो रही है। इस सुविधा का उपयोग करने के लिए उपयोगकर्ताओं को रेलवेज एचएमआइएस मोबाइल एप डाउनलोड करना होगा। – पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी- पूर्वोत्तर रेलवे।