एओन सैलरी इंक्रीज सर्वे (AON Salary Increase Survey) के मुताबिक इस साल भारत की घरेलू कंपनियां (Domestic Companies) बढ़िया वेतन बढ़ोतरी (Salary Increment) करने वाली है। यदि ब्रिक्स (BRICS) के सदस्य देशों से तुलना करें तो भारत में इन देशों के मुकाबले ज्यादा सैलरी बढ़ेगी।

भारत में 9.9 फीसदी बढ़ेगा वेतन

दुनिया भर की अर्थव्यवस्था कोरोना महामारी के साये से उबर रही है। भारत में कुछ ज्यादा ही तेजी से कारोबार पटरी पर लौट रहा है। इसी वजह से अनुमान लगाया जा रहा है कि भारतीय कंपनियां इस साल अपने कर्मचारियों के वेतन में 9.9 फीसदी तक का इजाफा कर सकती हैं। यदि ऐसा हुआ तो यह बीते पांच साल में सबसे ज्यादा होगा। यदि हम पिछले कुछ सालों की वेतन बढ़ोतरी की बात करें तो इस मामले में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी साल 2016 में हुई थी।

2016 में बढ़ा था दो अंकों में वेतन

साल 2016 नौकरी पेशा लोगों के लिए सबसे अच्छा रहा था। उस साल औसत वेतन वृद्धि 10.2 फीसदी रही थी। उसके बाद साल 2017 में यह घट कर 9.3 फीसदी पर आ गया था। वर्ष 2018 में तो वेतन बढ़ोतरी में थोड़ी बढ़ोतरी हुई थी लेकिन दो अंकों तक नहीं पहुंची थी। उस साल औसतन 9.5 फीसदी की दर से वेतन बढ़ा था। 2019 में यह फिर से घट कर 9.3 फीसदी पर आ गया था। साल 2020 तो कोरोना के ही साये में बीता, इसलिए उस वर्ष महज 6.1 फीसदी की वेतन बढ़ोतरी हुई थी। 2021 में यह सुधर कर फिर से 9.3 फीसदी तक पहुंचा।

ब्रिक्स देशों में सबसे ज्यादा भारत में बढ़ेगा वेतन

ग्लोबल प्रोफेशनल सर्विसेज फर्म एऑन ने अपनी 26वें सैलरी इंक्रीज सर्वे में कहा है कि ब्रिक्स देशों में सबसे ज्यादा वेतन भारत में बढ़ने की उम्मीद है। ब्राजील में इस साल कर्मचारियों के वेतन 5 फीसदी वेतन बढ़ोतरी का अनुमान है। ब्रिक्स के एक अन्य देश रूस में चालू वर्ष के दौरान वेतन में 6.1 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। पड़ोसी देश चीन में तो रूस से भी कम सैलरी बढ़ेगी। वहां इस साल वेतन में 6 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान है। यह सर्वे रिपोर्ट 40 से अधिक उद्योगों की 1,500 कंपनियों के आंकड़ों के विश्लेषण पर आधारित है।

ई-कॉमर्स में सबसे ज्यादा वृद्धि

इस साल ई-कॉमर्स क्षेत्र में काम कर रहे लोगों के वेतन में सबसे ज्यादा वेतन बढ़ोतरी की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस क्षेत्र के कर्मचारियों का औसतन वेतन 12.4 फीसदी बढ़ सकता है। इसी तरह हाईटेक/इंफोर्मेशन टेक्नोलोजी इंडस्ट्री में भी दो अंकों में वेतन बढ़ोतरी होने का अनुमान है। बताया गया है कि इस क्षेत्र में औसत वेतन बढ़ोतरी 11.6 फीसदी होगी। प्रोफेशनल सर्विसेज क्षेत्र में भी 10.9 फीसदी वेतन बढ़ोतरी का अनुमान है।

वित्तीय स्थिति में हो रहा सुधार

सर्वे के मुताबिक, पिछले साल कंपनियों की वित्तीय स्थिति में मजबूत सुधार हुआ है। इसके साथ ही अर्थव्यवस्था में कारोबारी धारणा सकारात्मक हो रही है। यही सब वजह है कि कंपनियां इस साल रिकॉर्ड वेतन वृद्धि करने वाली हैं। इसके साथ ही कंपनियां एक जुझारू वर्क फोर्स बनाने के लिए नए युग की क्षमताओं में निवेश करने की योजना बना रही हैं। महामारी के दौरान नौकरी छोड़ने की दर में तेजी आई है। इसलिए कंपनियां अपने एसेट को रोकने के लिए भी वेतन वृद्धि पर भरोसा कर रही हैं।