तकरीबन दो साल से रात्रि भत्ते का इंतजार कर रहे रेलवे कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर। रेल मंत्रालय ने उनके लिए रात्रि भत्ता सुविधा को फिर से बहाल करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए पत्राचार के साथ ही सिफारिश भी की गई है। माना जा रहा है कि जल्द इसकी घोषणा हो जाएगी। कोरोना के आने के बाद रेल कर्मचारियों के कई तरह के भत्तों के भुगतान पर रोक थी। डीए का भुगतान शुरू हो चुका है। अब उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही भुगतान की घोषणा होगी। इस बाबत रेलवे बोर्ड ने AIRF के महासचिव को पत्र लिखकर जानकारी दी है।

विभिन्न मंचों से भुगतान की उठ रही थी आवाज

कोरोना काल के दौरान ही अक्टूबर 2020 से रेलवे ने भत्ते पर रोक लगा दी थी। जारी आदेश में साफ कर दिया था कि 43600 ग्रेड पे ज्यादा पानेवाले कर्मचारियों को रात्रि भत्ता नहीं दिया जाएगा। इतना ही नहीं रेलवे ने यह फरमान भी जारी कर दिया था कि 43600 से अधिक ग्रेड पे वाले जितने कर्मचारियों को रात्रि भत्ते का भुगतान किया गया है। 2017 से ही उस रकम की रिकवरी भी की जाएगी। इसे लेकर देशभर में विरोध होने के बाद 2017 से रिकवरी के आदेश वापस ले लिए गए थे, पर 43600 ग्रेड पे से अधिक वालों के रात्रि भत्ते पर लगी रोक वापस नहीं लिया गया था। रेलवे ने इस निर्णय से स्टेशन मास्टर, रेल चालक, रेलवे गार्ड जैसे कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। इस मामले को पिछले दिनों आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन की रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के साथ हुई स्थायी वार्ता तंत्र की बैठक में जोरदार तरीके से उठाया गया था।

रेलवे बोर्ड ने दी सहमति

फेडरेशन की मांग पर रेलवे बोर्ड ने सहमति दी। यह भरोसा भी दिया कि बंद भत्ता फिर से चालू करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। रेलवे बोर्ड ने फेडरेशन को इस संबंध में नौ फरवरी को पत्र भी भेजा है। जानकारी दी है कि रेलवे बोर्ड ने संबंधित मामले में वित्त मंत्रालय को पत्र भेज दिया है। वित्त मंत्रालय के जवाब की प्रतीक्षा की जा रही है। वहां से मंजूरी की मुहर लगते ही रेलवे बोर्ड ग्रीन सिग्नल दे देगा।