रेलवे बोर्ड ने गार्डों के बाद अब टेलीफोन आपरेटरों को भी सम्मान दिया है। रेलवे में तैनात टेलीफाेन आपरेटर अब वीसी आपरेटर कहलाएंगे। बोर्ड ने इस आशय का दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। रेलवे के गार्ड अब ट्रेन मैनेजर कहलाने लगे हैं।

रेलवे बोर्ड ने महाप्रबंधकों को जारी किया दिशा-निर्देश

नई व्यवस्था के तहत 1900 ग्रेड पे वेतनमान पर तैनात टेलीफोन आपरेटर अब टेलीफोन कम वीसी आपरेटर, 2400 ग्रेड पे वेतनमान पर तैनात सीनियर टेलीफोन आपरेटर अब सीनियर टेलीफोन कम वीसी आपरेटर, 4200 ग्रेड पे वेतनमान पर तैनात चीफ टेलीफोन आपरेटर अब चीफ टेलीफोन कम वीसी आरपेटर तथा 4600 ग्रेड पे वेतनमान पर तैनात सुपरिटेंडेंट टेलीफोन आपरेटर सुपरिटेंडेंट टेलीफोन कम वीसी आपरेटर कहलाएंगे। इसको लेकर कर्मचारियों ने हर्ष जताया है। एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) ने रेलवे बोर्ड के इस निर्णय का जोरदार स्वागत किया है। यूनियन के महामंत्री केएल गुप्ता ने कहा है कि आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआइआरएफ) के माध्यम से टेलीफोन आपरेटरों के पद नाम को बदलने के लिए लगातार मांग की जा रही थी। अब जाकर बोर्ड ने इनकी सुध ली है।

पीआरकेएस ने की अस्पताल में योग प्रशिक्षक तैनात करने की मांग

पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) की बैठक गुरुवार को रेलवे स्टेशन स्थित केंद्रीय कार्यालय पर हुई। वाराणसी मंडल के टिकट चेकिंग स्टॉफ की समस्या, पदोन्नति के लिए वरिष्ठता सूची जारी न करने और रेलवे अस्पताल में योग प्रशिक्षक की तैनाती न किए जाने का मुद्दा उठाया गया।

महामंत्री विनोद कुमार राय ने कहा कि रेलवे अस्पताल में पहले योग प्रशिक्षण दिया जाता था, जिसे अब बंद कर दिया गया है। योग का प्रशिक्षण तत्काल कराया जाए। उन्होंने कहा कि टिकट चेकिंग स्टॉफ की समस्याओं को अधिकारियों के सामने उठाया जाएगा। बैठक में संयुक्त महामंत्री एके सिंह, कोषाध्यक्ष मनोज द्विवेदी, आरपी भट्ठ, राजीव सिंह, केएम मिश्रा, देवेश सिंह, देवेंद्र प्रताप यादव, दीपक चौधरी आदि मौजूद रहे।