एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) के 104 वर्षीय महामंत्री केएल गुप्त मंगलवार को महाप्रबंधक कार्यालय के सामने अन्न और जल छोड़कर धरने पर बैठ गए। सूचना पर मौके पर पहुंची पूर्वोत्तर रेलवे की प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी ने अनशन समाप्त करने का आग्रह किया लेकिन वह नहीं माने।

लाइन बाक्स की जगह लोको पायलटों और गार्डों को ट्राली बैग दिए जाने का विरोध और तेज होता जा रहा है। एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) के 104 वर्षीय महामंत्री केएल गुप्त मंगलवार को महाप्रबंधक कार्यालय के सामने अन्न और जल छोड़कर धरने पर बैठ गए। सूचना पर मौके पर पहुंची पूर्वोत्तर रेलवे की प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी (पीसीपीओ) रीता पी हेमराजानी ने अनशन समाप्त करने का आग्रह किया लेकिन वह नहीं माने।

रन‍िंग स्टाफ ने निकाला जुलूस, मौके पर पहुंची प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी

पूर्वाह्न 11 बजे जैसे ही यूनियन के महामंत्री अनशन पर बैठे, स्टेशन स्थित लाबी के सामने प्रदर्शन कर रहे लोको पायलट जुलूस की शक्ल में धरनास्थल पर पहुंच गए। रेलकर्मियों ने जमकर नारीबाजी की।

रेलवे प्रशासन पर तानाशाही रवैया अपनाने का लगाया आरोप

अपने संबोधन में महामंत्री केएल गुप्त ने कहा कि रेलवे बोर्ड की अनुमति के बिना पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन तानाशाही रवैया अपना रहा है। लखनऊ मंडल प्रशासन ने एक सितंबर से ट्राली बैग अनिवार्य कर दिया है। लेकिन रनिंग स्टाफ ट्राली बैग स्वीकार नहीं करेंगे। चाहें इसके लिए लंबा संघर्ष ही क्यों न करना पड़े।

जारी है धरना, रेल कर्मचार‍ियों ने क‍िया प्रदर्शन

एक सितंबर को भी धरना जारी रहा। रेलकर्मी प्रदर्शन करेंगे। देर रात को मेडिकल टीम ने उनके स्वास्थ्य का चेकअप किया। सभा को मुन्नी लाल गुप्ता, नवीन कुमार मिश्र, प्रदीप धर दूबे, ओंकार स‍िंंह, रमेश पांडेय, इंद्रेश और दया राम ने संबोधित किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में रेलकर्मी मौजूद थे।

पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघने सौंपा ज्ञापन

पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) भी ट्राली बैग के विरोध में उतर आया है। संघ के महामंत्री विनोद कुमार राय ने मुख्य संरक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर ट्राली बैग के वितरण पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि संघ ने नेशनल फेडरेशन आफ इंडियन रेलवे के माध्यम से प्रकरण को बोर्ड तक पहुंचाया है।