नए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) पद संभालते ही एक्शन में आ गए हैं। रेल मंत्री के दफ्तर से जारी आदेश के मुताबिक, मंत्री के कार्यालय में अधिकारियों और कर्मचारियों को दो शिफ्ट में काम करने का आदेश दिया गया है।

हाइलाइट्स:

  • अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को रेल मंत्रालय का कार्यभार संभाला
  • अपने स्टाफ को दो शिफ्ट में काम करने का आदेश दिया
  • पहली शिफ्ट सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगी
  • दूसरी शिफ्ट दोपहर बाद 3 बजे से रात 12 बजे तक चलेगी

नए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) पद संभालते ही एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने अपने कार्यालय में अधिकारियों और कर्मचारियों को दो शिफ्ट में काम करने का आदेश दिया है। पूर्व आईएएस अधिकारी वैष्णव को बुधवार को कैबिनेट मंत्री के रूप में मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था और गुरुवार को उन्होंने रेल मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। उन्हें रेल के अलावा संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भी दिया गया है।

रेल मंत्रालय संभालते ही वैष्णव ने अपना काम शुरू कर दिया। रेल मंत्री के दफ्तर से जारी आदेश के मुताबिक, मंत्री के कार्यालय में अधिकारियों और कर्मचारियों को दो शिफ्ट में काम करने का आदेश दिया गया है। पहली शिफ्ट सुबह 7 बजे शुरू होगी और शाम 4 बजे समाप्त होगी जबकि दूसरी शिफ्ट दोपहर 3 बजे शुरू होगी और मध्यरात्रि में 12 बजे समाप्त होगी। रेल मंत्रालय के एडीजी (पीआर) डीजे नारायण के मुताबिक, यह आदेश सिर्फ एमआर सेल (मंत्री कार्यालय) के लिए जारी किया गया है न कि प्राइवेट या रेलवे स्टाफ के लिए।

मिशन मोड में करना है काम
नारायण ने कहा कि रेल मंत्री ने निर्देश दिया है कि उनके दफ्तर के सभी कार्यालय और कर्मचारी तत्काल प्रभाव से दो शिफ्ट में काम करेंगे। ऑर्डर में कहा गया है कि रेलवे को मिशन मोड पर काम करना है। अभी बहुत काम बाकी है और यहां हर मिनट बहुत कीमती है। गुरुवार को कार्यभार संभालने के बाद नए मंत्री ने कहा था कि रेलवे पीएम मोदी के विजन का अहम हिस्सा है और वह इस विजन को हकीकत में बदलने के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि रेलवे के जरिये लोगों के जीवन को बदलना है ताकि आम आदमी, किसान, गरीबों को इसका लाभ मिले।

वैष्णव को पीयूष गोयल की जगह रेल मंत्री बनाया गया है। गोयल को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा का प्रभार दिया गया है। राजस्थान के जोधपुर में जन्मे 51 साल के वैष्णव 1994 बैच के ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। आईएएस रहते हुए उन्होंने 15 साल तक कई अहम जिम्मेदारियां संभालीं। लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप यानी पीपीपी फ्रेमवर्क में योगदान के लिए ही जाना जाता है।