जो रेलवे कर्मचारी कोरोना संक्रमित होने का प्रमाण पत्र के साथ आक्सीमीटर खरीदने का रसीद जमा करता है उसे 12 सौ रुपये का भुगतान कर दिया जाए। कोरोना संक्रमित रेल कर्मचारी आक्सीमीटर खरीदने की रसीद के साथ आवेदन कर सकते हैंं।

कोरोना से कर्मचारियों को बचाने के ल‍िए रेलवे प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। इसके तहत कर्मचारियों के शरीर में आक्सीजन के स्तर का लगातार पता करते रहने के उद्देश्य से आक्सीमीटर खरीदने की सुविधा दी जा रही है। उत्तर रेल प्रशासन ने पत्र जारी कर सभी रेल प्रशासन को आदेश द‍िए हैंं क‍ि‍ रेल कर्मियों द्वारा आक्सीमीटर खरीदने की रसीद जमा करने पर 12 सौ रुपये का भुगतान कर दिया जाए।

अप्रैल में कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद अस्पताल में रोगियों को भर्ती करने के ल‍िए जगह तक नहीं थी। आक्सीजन सिलेंडर तक नहीं मिल रहा था। आक्सीजन नापने लिए आक्सीमीटर के मनमाने दाम वसूले जा रहे थे। अस्पताल में जगह नहीं मिलने से काफी रेल कर्मी घर में रहकर इलाज करा रहे थे। रेल प्रशासन ने इन कर्मियों को दवा तो उपलब्ध करा दी थी, लेकिन आक्सीजन नापने के लिए आक्सीमीटर नहीं उपलब्ध कराया था। रेल कर्मियों ने आनलाइन या बाजार से अधिक कीमत देकर आक्सीमीटर खरीद लिए। रेलवे के यूनियन की मांग पर खरीदे गए आक्सीमीटर की कीमत का भुगतान रेल कर्मियों को किए जाने की व्यवस्था की जा रही है। ट्रेड यूनियन की मांग के बाद उत्तर रेलवे के अपर मुख्य चिकित्सा निदेशक (एमएस) डा. एसपी चौधरी ने दो जून को पत्र जारी किया है। इसमें मुख्य चिकित्सा अधीक्षक रेलवे अस्पताल मुरादाबाद, दिल्ली, फिरोजपुर, लखनऊ, अंबाला, वर्कशॉप जगाधरी को आदेश द‍िए गए हैं क‍ि जो रेलवे कर्मचारी कोरोना संक्रमित होने का प्रमाण पत्र के साथ आक्सीमीटर खरीदने का रसीद जमा करता है, उसे 12 सौ रुपये का भुगतान कर दिया जाए। नरमू के मंडल मंत्री राजेश चौबे ने बताया कि मुख्यालय के पत्र आने के बाद मंडल के सभी रेल कर्मियों को जानकारी दी जा रही है। कोरोना संक्रमित रेल कर्मचारी आक्सीमीटर खरीदने की रसीद के साथ आवेदन करें, इससे रेल प्रशासन द्वारा 12 सौ रुपये की भुगतान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एआइआरएफ की मांग पर उत्तर रेलवे ने यह आदेश जारी किया है।