रेल कारखाना प्रबंधक से मारपीट के आरोपितों का ट्रांसफर

चार कर्मियों को धनबाद जोन में किया गया ट्रांसफर

कर्मियों ने कहा-वर्चुअल मीटिंग में कोरोना काल में तबादला न करने का दिया गया था आश्वासन

हरनौत। निज संवाददाता

पिछले हफ्ते रेल कारखाना में तोड़फोड़ व प्रबंधक से मारपीट करने के चारो आरोपितों का ट्रांसफर कर दिया गया है। सवारी डिब्बा मरम्मत कारखाना में सहकर्मी की मौत के बाद लोगों का आक्रोश भड़क गया था। प्रशासनिक भवन में सैकड़ों कर्मचारियों ने तोड़फोड़ की थी। उसके बाद कारखाना प्रबंधक रोहित कुमार सिंह के आवास पर धावा बोलकर मारपीट की गई थी। इस मामले में प्रबंधक में चार नामजद समेत लगभग 100 अज्ञात कर्मियों के खिलाफ हत्या की नीयत से जानलेवा हमला करने की एफआईआर करायी गयी थी। इसके बाद से चारों कर्मी ड्यूटी पर नहीं आ रहे थे। इस कारण पुलिस कार्रवाई नहीं कर सकी।

इधर, हाजीपुर जोन से हेल्पर धीरज कुमार, तकनीशियन रामजी प्रसाद, दिलीप कुमार एवं पंकज कुमार को धनबाद डिवीजन के अलग-अलग स्थानों पर ट्रांसफर कर दिया गया है। जबकि, कारखाना के कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधियों का कहना है कि कुछ दिनों पूर्व महाप्रबंधक के साथ वर्चुअल मीटिंग हुई थी। उसमें स्पष्ट कहा गया था कि कोराना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए किसी भी कर्मी का स्थानांतरण नहीं किया जाएगा। केवल विषम परिस्थितियों में स्थानांतरण किया जाएगा। उसमें भी शर्त रहेगी कि उसके बिना वह कार्य संभव नहीं है।

बावजूद, चार कर्मियों को धनबाद डिवीजन के अलग-अलग स्थानों पर ट्रांसफर किया गया है। मारपीट की एफआईआर दर्ज किया जा चुका है। मामला न्यायालय तक पहुंच गया है। उसके बाद अधिकारियों को हड़बड़ी में ट्रांसफर नहीं करना चाहिए। अधिकारियों को न्यायालय पर भरोसा करना चाहिए था। मुख्य कारखाना प्रबंधक दिलीप कुमार ने बताया कि हाजीपुर जोन से चारों कर्मियों का ट्रांसफर किया गया है। कारखाना में घटित घटना को लेकर प्रशासनिक स्तर पर एक जांच टीम का गठन किया गया है। लेकिन, कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर जांच रिपोर्ट सबमिट नहीं की जा सकी है।