काेराेना संक्रमण तेजी से फैल रहा है, जिससे रेलवे कर्मचारी भी अछूते नहीं है। रेलवे में कई गार्ड काेराेना संक्रमण का शिकार हाे गए हैं। जिससे ट्रेनाें का परिचालन बड़ी परेशानी बन गया है। एेसे में रेलवे बाेर्ड ने आदेश जारी किया है कि गार्ड के बीमार हाेने पर सहायक चालकाें से गार्ड के स्थान पर ड्यूटी कराई जाए। उधर रेलवे बाेर्ड के इस आदेश के खिलाफ रेलवे की यूनियनेे लामबंद हाे गई हैं आैर बाेर्ड के निर्णय के खिलाफ माेर्चा खाेल दिया है। बीते राेज उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ ने इस निर्णय के खिलाफ विराेध प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी व्यक्त की है।

ट्रेनों के संचालन में गार्ड का अहम रोल रहता है, लेकिन वर्तमान समय में रेलवे के कई गार्ड कोरोना संक्रमित हो गए हैं। रेलवे स्टेशन पर विराेध प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों ने बताया कि 21 अप्रैल को उत्तर मध्य रेल के मुख्य परिचालन अधिकारी ने आदेश दिया है कि यदि रेलवे परिचालन के दौरान ऐसा समय आता है कि गार्ड उपलब्ध नहीं है। ऐसी परिस्थिति में सहायक चालक से गार्ड का कार्य लिया जाएगा। इस पत्र के विरोध में संघ के महामंत्री आरपी सिंह ने आदेश को वापस लेने के लिए 23 अप्रैल को निवेदन किया, लेकिन यह आदेश वापस नहीं लिया गया। इसके चलते मजदूर दिवस पर शनिवार को मंडल अध्यक्ष रामकुमार सिंह के नेतृत्व में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। गाैरतलब है कि उत्तर मध्य रेलवे में भी गार्ड सहित अन्य रेलवे कर्मचारी काेराेना संक्रमण का शिकार हुए हैं। जिससे रेलवे के लिए ट्रेनाें का नियमित संचालन जारी रखना बड़ी चुनाैति बन चुका है।