गार्ड की कमी होने पर भी ट्रेनों के पहिये नहीं थमेंगे। ट्रेनें निर्बाध गति से चलती रहेंगी। गार्ड के नहीं रहने पर सहायक लोको पायलट (एएलपी) जिम्मेदारी संभालेंगे। रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश पर पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने इसकी तैयारी कर ली है।

गार्ड की कमी होने पर भी ट्रेनों के पहिये नहीं थमेंगे। ट्रेनें निर्बाध गति से चलती रहेंगी। गार्ड के नहीं रहने पर सहायक लोको पायलट (एएलपी)  जिम्मेदारी संभालेंगे। रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश पर पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने इसकी तैयारी कर ली है।

सहायक लोको पायलटों को दिए जाएंगे गार्डों के उपकरण प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक अनिल कुमार सिंह ने  लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल के संबंधित अधिकारियों को सहायक लोको पायलटों को भी गार्ड को दिए जाने वाले उपकरण (झंडी, तीन रंग वाले टार्च, वाकीटाकी, लास्ट वेहिकल बोर्ड और लैंप आदि) उपलब्ध कराने का आदेश दिया है। फिलहाल, प्रथम चरण में गार्ड की कमी होने पर सहायक लोको पायलट मालगाड़‍ियां लेकर चलेंगे, जिससे संकट की इस घड़ी में खाद्य व आवश्यक सामग्री समय से देश के एक से दूसरे कोने तक पहुंचाई जा सके।

फ्रंट लाइन पर काम करने वाले रेलकर्मी हो रहे संक्रमित फ्रंट लाइन पर कार्य करने वाले रेलकर्मी (गार्ड, लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, स्टेशन मास्टर, मैकेनिक, सुपरवाइजर, चल टिकट परीक्षक आदि) तेजी से संक्रमित हो रहे हैं। अधिकतर गार्ड ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं। जानकारों के अनुसार इस विषम परिस्थिति में फिलहाल गार्ड के विकल्प की तलाश की गई है। गार्ड और लोको पायलटों के प्रशिक्षण में अधिक अंतर नहीं होता। ऐसे में सहायक लोको पायलट गार्ड की भूमिका आसानी से निभा सकेंगे। लेकिन लोको पायलटों के संक्रमित होने पर परेशानी बढ़ जाएगी। वाराणसी मंडल के औंडि़हार जंक्शन स्थित लोको शेड के आधा दर्जन से अधिक सुपरवाइजर संक्रमित हो गए हैं। इसके चलते डेमू ट्रेनों का मरम्मत कार्य नहीं हो पा रहा। रेलवे प्रशासन को मजबूरी में डेमू ट्रेनों को भी निरस्त करना पड़ा है।

31 जुलाई तक समस्त प्रशिक्षण कार्यक्रम स्थगित संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए रेलवे प्रशासन ने क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षण संस्थान गाजीपुर और मंडल प्रशिक्षण केंद्रों में चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों को तत्काल प्रभाव से रोक दिया है। लोको पायलट, सहायक लोको पायलट और गार्ड के प्रशिक्षण कार्यक्रम 31 जुलाई तक स्थगित कर दिए गए हैं।

सामान की आपूर्ति निर्बाध हो, इसके लिए उठाए गए हैं आवश्यक कदम पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने कहा कि कोविड काल में भी यात्री ट्रेनों के संचलन के साथ सामान की आपूर्ति भी निर्बाध होती रहे, इसके लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। इसी क्रम में मालगाड़‍ियों के लिए गार्ड की कमी होने पर सहायक लोको पायलट का  उपयोग किया जा सकेगा।