रेलवे में काफी दिव्यांग कर्मचारी हैं इसके लिए कई कंपनियों ने विशेष लैपटाप बनाया है नेत्रहीन दिव्यांग कर्मियों को लैपटाप उपलब्ध कराने का फैसला लिया गया। चलने में असमर्थ रेल कर्मियों के लिए व्हीलचेयर की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

रेल मंडल स्टाफ बेनिफिट फंड समिति ने असहाय रेल कर्मियों को आर्थिक मदद मुहैया कराने और बच्चों को छात्रवृत्ति देने का फैसला लिया है। नारी सशक्‍तीकरण व दिव्यांग कर्मियों की सुविधा पर भी ध्यान दिया जाएगा।

रेलवे बोर्ड रेल कर्मचारी व उसके परिवार वालों के कल्याण के लिए फंड उपलब्ध कराता है। यह फंड सीधे रेल मंडल मुख्यालय को आवंटित किया जाता है। किस मदद में क‍ितनी राशि खर्च की जानी है। यह कर्मियों द्वारा तय किया जाता है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए रेल मंडल स्टाफ बेनिफिट फंड समिति की बैठक हुई। बैठक में कहा गया है कि कई रेलवे कर्मचारी, जो गंभीर रूप से काफी समय से बीमार हैं, लगातार इलाज कराने के कारण सभी छुट्टी खत्म हो चुकी है, उन्‍हें वेतन तक नहीं मिल पा रहा है। ऐसे रेल कर्मियों के परिवार वालों को आर्थिक संकट से गुजरना होता है।

समिति के सदस्यों ने तय किया कि ऐसे कर्मियों को चिह्नित कर प्रत्येक माह दस हजार रुपये आर्थिक मदद दी जाएगी। रेलवे में काफी दिव्यांग कर्मचारी हैं, इसके लिए कई कंपनियों ने विशेष लैपटाप बनाया है, नेत्रहीन दिव्यांग कर्मियों को लैपटाप उपलब्ध कराने का फैसला लिया गया। चलने में असमर्थ रेल कर्मियों के लिए व्हीलचेयर की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। रेलवे कर्मियों के विकास व शिक्षा को लेकर चर्चा की गई। हाई एजुकेशन पाने वाले रेल कर्मियों के बच्चों को 18 हजार रुपये की छात्रवृत्ति देने, बच्चों की प्रतियोगिता की तैयारी कराने के लिए कोचिंग कराने की व्यवस्था करने का फैसला लिया गया है। नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए सभी यूनियन व एसोसिएशन के महिला विंग को बजट आवंटित किया गया है। रेल कर्मियों को पर्यटन कराने पर चर्चा की गई।