डीआरएम साहब…। मैंने नई दिल्ली से गोमो के लिए स्कूटी बुक कराया था। कई हफ्ते हो गए हैं पर आज तक उसका कुछ पता नहीं चल रहा है। प्लीज हेल्प…। रेल अधिकारियों के ट्विटर पर अक्सर ऐसे ट्वीट आते रहते हैं। ट्विटर पर मामला पहुंचते ही खोजबीन शुरू होती है।

देश भर में कहीं भी अगर आपका सामान गुम होता है तो रेलवे उसे ढूंढ कर आपके घर पहुंचाएगी। रेलवे की तकनीक से अब लोगों को उनका खोया सामान उन तक पहुंच जाएगी। मैंने नई दिल्ली से गोमो के लिए स्कूटी बुक कराया था। कई हफ्ते हो गए हैं पर आज तक उसका कुछ पता नहीं चल रहा है। प्लीज हेल्प…। रेल अधिकारियों के ट्विटर पर अक्सर ऐसे ट्वीट आते रहते हैं। ट्विटर पर मामला पहुंचते ही खोजबीन शुरू होती है। सबकुछ पता कर ट्वीट करने को भरोसा दिया जाता है कि बहुत जल्द उनका सामान गंतव्य स्टेशन पर पहुंच जाएगा। अब ऐसी शकायतें जल्द ही बीतें दिनों की बात होगी। रेलवे ने इसके लिए पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम लांच करने की तैयारी शुरू कर दी है। देशभर के 720 रेलवे स्टेशनों पर इस सिस्टम के तहत पार्सल उपभोक्ताओं को त्वरित सुविधा देने की योजना है। धनबाद रेल मंडल में  धनबाद और कोडरमा स्टेशन का चयन पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम के लिए किया गया है।

क्या मिलेगी सुविधा पार्सल बुक कराने के बाद गंतव्य स्टेशन तक पहुंचा या नहीं इसे पता करने के लिए बार-बार स्टेशन के पार्सल दफ्तर का चक्कर लगाना पड़ता है जिससे अब छुटकारा मिल जाएगा। पार्सल बुक कराने वाले को उनके मोबाइल पर बुकिंग से लेकर लोडिंग और गंतव्य स्टेशन पर उतरने तक के अपडेट्स मिल जाएंगे। पार्सल से जुड़े कर्मचारियों को जीपीएस आधारित हैंड हेल्ड टर्मिनल दिया जाएगा।

पार्सल से बुक होने वाले हर सामान में बार कोड लगा रहेगा। इससे पार्सल कर्मचारी एचएचटी से किसी भी समय यह पता कर सकेंगे कि सामान किस वक्त कहां पहुंचा है। इस व्यवस्था को और मुकम्मल बनाने और कस्टमर फ्रेंडली बनाने के लिए अलग से वेबसाइट भी लांच किया गया है। वेबसाइट पर क्लिक पर इसकी जानकारी ले सकेंगे। रेल अधिकारियों का कहना है कि वेबसाइट को और अपग्रेड किया जा रहा है। भविष्य में ग्राहकों को इससे और बेहतर सेवा मिल सकेगी।

वर्जन पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम से ट्रेन से सामान भेजने वाले यात्री और उपभोक्ताओं को काफी सहूलियत होगी। धनबाद और कोडरमा दोनों बड़े स्टेशनों में इस सिस्टम को लगाया जाएगा।  –अखिलेश पांडेय, सीनियर डीसीएम