31 मार्च तक रेल कर्मियों का सुविधा पास और पीएफ (भविष्य निधि) निकासी के लिए मैनुअल आवेदन भी स्वीकार किए जाएंगे। एक अप्रैल 2021 से ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एचआरएमएस) पर अनिवार्य रूप से आनलाइन आवेदन पर ही पास बनेगा।

रेलकर्मियों के लिए राहत भरी खबर है। अब 31 मार्च तक सुविधा पास और पीएफ (भविष्य निधि) निकासी के लिए मैनुअल आवेदन भी स्वीकार किए जाएंगे। एक अप्रैल 2021 से ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एचआरएमएस) पर अनिवार्य रूप से आनलाइन आवेदन पर ही पास बनेगा। आनलाइन आवेदन पर ही पीएफ की निकासी संभव हो पाएगी। इसके लिए रेलवे बोर्ड ने दिशा-निर्देश जारी कर दिया है।

सुविधा पास के साथ पीएफ निकासी में भी रेलवे बोर्ड ने दी राहत दरअसल, रेलवे बोर्ड ने एक जनवरी से ही एचआरएमएस पर दोनों सेवाओं को अनिवार्य कर दिया था। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने भी आनलाइन व्यवस्था शुरू कर दी। इसके साथ ही कर्मचारियों की परेशानी बढ़ गई। अधिकतर कर्मचारियों के मोबाइल पर एचआरएमएस खुल नहीं रहा था। अगर किसी के मोबाइल पर सिस्टम खुल भी रहा था तो नाम और पता में गड़बड़ी मिल जा रही थी। सर्वाधिक मुश्किलें पीएफ निकासी को लेकर होने लगी। किसी को बच्चे का शुल्क जमा करना था, तो किसी को मकान बनवाना। कुछ इलाज के लिए परेशान थे। लेकिन न आनलाइन आवेदन हो रहा था और न ही पैसे की निकासी हो पा रही थी। कर्मचारी आनलाइन आवेदन के लिए विभागों में भटकने को मजबूर थे। अंतत: मामला बोर्ड तक पहुंचा तो राहत मिली है।  दैनिक जागरण ने 29 जनवरी के अंक में कर्मचारियों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाते हुए एप के पेच में फंसा रेलकर्मियों का पीएफ शीर्षक से प्रकाशित किया था।

पचास हजार कर्मियों को मिलेगी राहत फिलहाल, एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) ने रेलवे बोर्ड के इस निर्णय का स्वागत किया है। महामंत्री केएल गुप्त का कहना है कि पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने बिना तैयारी के ही आनलाइन व्यवस्था शुरू कर दी थी। एचआरएमएस में कई तकनीकी खामियां हैं। आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआइआरएफ) ने कर्मचारियों की समस्याओं को बोर्ड के समक्ष उठाया था। उन्होंने रेलवे प्रशासन से खामियों को दुरुस्त करने और कर्मचारियों को आनलाइन सिस्टम की जानकारी देने के बाद ही नई व्यवस्था शुरू करने की मांग की है। पूर्वोत्तर रेलवे में करीब 50 हजार कर्मचारी तैनात हैं।

गड़बडिय़ों को दुरस्त करने के लिए गठित होगी समिति नरमू की मांग पर एचआरएमएस में गड़बडिय़ों को दुरुस्त करने के लिए कारखाना प्रबंधन ने समिति गठित करने का निर्णय लिया है। गठित समिति कर्मचारियों से आवेदन लेकर गड़बडिय़ों को सही करेगी। एचआरएमएस में सबसे अधिक कारखाना कर्मचारियों के विवरण में गड़बड़ी दर्ज की गई है।