तकनीकी फाल्ट से रेलवे अधिकारी व कर्मचारी फ्री यात्रा पास नहीं ले पा रहे थे। रेलवे बोर्ड ने अब कर्मियों को राहत दी है। 28 फरवरी तक मैनुअल फ्री यात्रा पास जारी करने का आदेश दिया गया है। साथ ही तकनीकी टीम को कमियों में सुधार करने का आदेश दिया गया है।

रेलवे बोर्ड ने ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट साफ्टवेयर (एचआरएमएस) शुरू किया है। इसके बाद रेलवे अधिकारियों व कर्मियों को अपने काम के लिए आफिस का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। छुट्टी के लिए आवेदन देने, पीएफ फंड से राशि निकाले, बकाया राशि के भुगतान आदि काम के लिए एचआरएमएस के द्वारा आनलाइन आवेदन करना पड़ेगा और काम हो जाएगा। रेलवे बोर्ड ने पहली जनवरी से कर्मियों के मिलने वाले फ्री यात्रा पास मैनुअल बनाने पर रोक लगा दी थी। कर्मचारी इस सिस्टम पर फ्री यात्रा पास, पीटीओ के लिए आवेदन करेंगे और मोबाइल पर फ्री यात्रा पास व पीटीओ बनकर आ जाएगा। इसको दिखाकर काउंटर पर रिजर्वेशन टिकट बना सकते हैं। टिकट बनाने के पहले रेल कर्मियों के मोबाइल पर वन टाइम पास वर्ड आएगा, जो बुकिंग क्लर्क को बताना पड़ेगा और टिकट बन जाएगा। इसी तरह से टिकट निरस्त कराने के लिए करना पड़ेगा।

तकनीकी कमी के कारण आनलाइन फ्री यात्रा पास पर टिकट बनाने के समय वन टाइम पास वर्ड नहीं आता है, जिससे यात्री टिकट नहीं बना पाता है। जिससे रेलवे कर्मचारी फ्री यात्रा पास का प्रयोग नहीं कर पाता है। शिकायत मिलने के बाद रेलवे बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर (एचआरएमएस) जय कुमार ने 22 जनवरी को पत्र जारी किया है। जिसमें कहा कि फ्री यात्रा पास जारी करने में तकनीकी परेशानी हो रही है, इसलिए 28 फरवरी तक मैनुअल फ्री यात्रा पास जारी करे। तकनीकी टीम को आदेश दिया है कि तत्काल तकनीकी कमी को ठीक कर ले।

रेलवे बोर्ड के इस आदेश के बाद रेल मंडल के 16 हजार कर्मियों को राहत दी है। एसीएम नरेश सिंह ने बताया कि बोर्ड के आदेश के अनुसार कार्मिक विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है।