आम बजट 2021-22 के पेश होने में अभी कुछ दिन शेष है। लेकिन बजट को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। कोरोना के कारण बुरी तरह से प्रभावित भारतीय अर्थव्यवस्था को इस बजट से खासा उम्मीदें हैं, तो वहीं सरकार का भी लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक फायदा पहुंचे। एक्सपर्ट के अनुसार सरकार आम बजट के जरिए टैक्स में छूट देने की तैयारी कर रही है। सरकार हर साल यह प्रयास करती है कि टैक्स भुगतान करने वाले लोगों को फायदा पहुंचे। 2019 के आम बजट में भी सरकार ने इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाॅर्म का विकल्प लोगों को दिया था इसके जरिए टैक्स भरना पहले से सरल हुआ था। जबकि 2020 में कुछ शर्तों के नए टैक्स स्लैब की शुरुआत हुई थी। अब इस बार के बजट में एक बार फिर से सरकार मिडिल क्लास परिवारों को छूट दे सकती है। 

सरकार आम बजट 2021 में टैक्स के निश्चित दायरों के बाहर जाकर लोगों को छूट देने का विचार कर रही है। इससे लोग तय सूची का बाहर इंवेस्टमेंट कर पाएंगे और उन्हें टैक्स में छूट मिलेगी। इससे जहां लोगों को भी फायदा होगा, वहीं सरकार भी इस जरिए ज्यादा से ज्यादा टैक्स जुटाना चाहेगी। हालांकि यह नियम उन लोगों पर लागू होगा जिन्हें किसी टैक्स छूट का फायदा नहीं उठा रहे हैं। जो पहले व्यक्ति पहले से टैक्स छूट का फायदा उठा रहे हैं वह इस योजना का हिस्सा नहीं होंगे। मिंट से बात करते हुए विशेषज्ञों ने कहा कि अगर इसमें नई कटौती भी लागू की जाए तो इससे वित्तीय संकट से निपटने में आसानी होगी। 

बहुत कम लोगों को होगा फायदा इस नई टैक्स प्रणाली का बहुत लोग फायदा नहीं उठा पाएंगे। शैलेष कुमार, नंगिया एंड कंपनी एलएलपी के सहयोगी ने मिंट से कहा, ‘केवल कुछ कर्मचारी जिनकी आय 5 से 15 लाख का बीच है उनको ही इसका फायदा होगा वह भी तब जब आप कहीं और टैक्स छूट का फायदा उठा रहे हैं।” उन्होंने कहा, ‘यह टैक्स पेयर्स की लम्बे समय से मांग थी। यह एक सही कदम साबित होगा।’ सरकार मौजूदा समय में भी कई और तरह की छूट लोगों को दे रही है। जिसमें होम लोन, इंश्योरेंस, स्कूल फीस आदि शामिल है।