चक्रधरपुर रेल मंडल क्षेत्र में 22 दिसंबर से शुरू हादसे का दौर थम नहीं रहा है। 13 दिनों में 10 घटनाएं हो चुकी हैं। इससे रेलकर्मियों की लापरवाही व सिस्टम में खराबी के मामले सामने आ रहे हैं। पहले बिमलगढ़ के पास मालगाड़ी की 58 बोगियां बेपटरी होने के कारण लाइन-सिग्नल व प्वाइंट उखड़ गए थे। फिर आदित्यपुर यार्ड की सिक लाइन पर मालगाड़ी की दो बोगियां बेपटरी होने से हावड़ा-मुंबई मेन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन सिस्टम ठप हो गया था।

टाटानगर रेलवे ओल्ड लोको शेड में क्रेन की सिलिंग टूटने के कारण चक्के से दबकर एक रेलकर्मी की मौत हो गई। इसके बाद टाटानगर लोको क्रॉसिंग से पूर्व लाइन नंबर 11 नंबर पर मालगाड़ी की चार बोगियां बेपटरी होने से यात्री ट्रेनों का भी परिचालन बाधित हुआ था। चक्रधरपुर मंडल में अभी तीनों घटना की जांच हो रही थी कि डांगुवापोसी में मालगाड़ी व बंडामुंडा में इंजन बेपटरी हो गया था। इसके बाद राजखरसावां में मालगाड़ी का कपलिंग टूटने से ट्रेनों का परिचालन घंटों बाधित रहा।

जबकि पारादीप से आ रही मालगाड़ी की सात बोगियां कपलिंग टूटने से टाटानगर स्टेशन की तीन नंबर लाइन पर इंजन से अलग दौड़ी थीं। हालांकि डांगुवापोसी, बंडामुंडा, राजखरसावां व टाटानगर स्टेशन की घटनाओं में रेल संपत्ति क्षतिग्रस्त नहीं हुई लेकिन मालगाड़ियों व यात्री ट्रेनों का परिचालन बाधित होने से आर्थिक नुकसान हुआ है। हालांकि सीनियर डीसीएम मनीष पाठक ने कहा कि बेपटरी बोगियों की मापी के बाद पूछताछ होगी। मुख्यालय से जांच टीम का गठन हुआ है।

Source:- LiveHidustan