रेलवे जहां इन दिनों यात्री ट्रेनें न चलने से घाटे में हैं। वहीं विभाग के लोग ही उनकी संपत्ति पार कर रेलवे को और घाटा पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। रेलवे सुरक्षा बल की अपराध अनुंसंधान शाखा (सीआइबी) इज्जतनगर मंडल को जानकारी मिली की पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल के ही सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेलवे की संपत्ति को क्षति पहुंचाते हुए उनका उपयोग अपने आवास में कर रहे हैं। जिसके बाद से विभाग के लोग लगातार रेकी कर रहे थे। शुक्रवार को सीआइबी ने बरेली सिटी आरपीएफ के साथ छापेमारी की तो घर से रेलवे के जेनरेटर मौके पर इस्तेमाल होते मिला। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर मजिस्ट्रेट के सामने शनिवार को पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।

बरेली सिटी आरपीएफ के निरीक्षक दुर्गेश कुमार ने बताया कि इज्जतनगर मंडल की सीआइबी को सूचना मिली थी कि बरेली सिटी के सीनियर सेक्शन इंजीनियर तारकेश्वर पाल रेलवे की संपत्ति का इस्तेमाल अपने निजी कार्यों में करते हैं। स्टेशन पर लगे जेनरेटर को भी यहां से हटवाकर उन्हें वीर सावरकर नगर के पास हनुमंत सिटी में निर्माणाधीन आवास में किया जा रहा है। सीआइबी बरेली सिटी के एसएसई की लगातार रेकी कर रही थी।

सभी सूचनाएं एकत्र होने के बाद शुक्रवार की रात सीआइबी के उप निरीक्षक जयपाल सिंह व बृजमोहन शर्मा ने आरपीएफ बरेली सिटी के साथ तारकेश्वर के आवास पर छापेमारी की तो यहां रेलवे का जेनरेटर इस्तेमाल होता मिला। जेनरेटर समेत सीआइबी उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर बरेली सिटी ले आयी। जहां उनके खिलाफ रेलवे की संपत्ति को क्षति पहुंचाने का मामला दर्ज करा शनिवार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। जहां दोपहर बाद मजिस्ट्रेट ने एसएसई को जेल भेजने के निर्देश दिए। 

Source:- Jagran