Indian Railway के 13 लाख कर्मचारियों के लिए कोरोना काल में बुरी खबर आ रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना काल में हुए घाटे के बाद अब रेलवे अपने कर्मचारियों के ओवर टाइम और यात्रा भत्तों में कटौती पर विचार हो रहा है। कहा गया है कि इन भत्तों में पचास फीसदी तक की कमी की जा सकती है। हालांकि अभी रेलवे की ओर से इस तरह की सूचनाओ का ना खंडन किया गया है, ना ही पुष्टि की गई है। इससे पहले अगस्त में खबर आई थी कि रेलवे साल 2020 और 2021 के लिए कर्मचारियों का वेतन और पेंशन रोकने पर विचार कर रहा है। हालांकि तब सरकार ने इन अटकलों को खारिज कर दिया था।

जल्द बड़ा फैसला ले सकता है रेलवे बोर्ड

ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, कर्मचारियों के ओवर टाइम और यात्रा भत्तों में कमी पर रेलवे बोर्ड जल्द फैसला ले सकता है। अगस्त में जारी रिपोर्ट को खारिज करते हुए रेलवे ने ट्विटर पर लिखा था, केंद्र सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है और रिपोर्ट झूठी तथा निराधार है। सरकरा ने कहा था कि दावा किया गया था कि इन सुविधाओं के तहत मौजूदा मानदंडों के अनुसार भुगतान जारी रहेगा।

पहले यह बताया गया था कि रेलवे पर लॉकडाउन की भारी मार पड़ी है और उसके पास वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं। मंत्रालय ने पहले वित्त मंत्रालय से 2020-21 में 53,000 करोड़ रुपये के पेंशन खर्च को पूरा करने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की। रेलवे में 13 लाख कर्मचारी और पंद्रह लाख पेंशनर्स हैं।

घाटे में चल रही थी तेजस ट्रेन, कर दी गई बंद

इससे पहले एक बड़ा फैसला लेते हुए रेलवे ने देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस का संचालन 23 नवंबर से अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया है। लखनऊ-नई दिल्ली के बीच चल रही तेजस का संचालन IRCTC के जिम्मे था। कोरोना काल में 23 नवंबर के बाद 20 से 30 यात्री ही रोजाना सीटों की बुकिंंग करा रहे थे।