दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के कर्मचारियों को अब जमा पीएफ देखने या फिर एडवांस लेने के लिए दफ्तर जाने की आवश्यकता नहीं है। वे दोनों प्रक्रिया आनलाइन पूरी कर सकते हैं। उन्हें यह सुविधा देने के लिए गुरुवार को महाप्रबंधक गौतम बनर्जी के मार्गदर्शन में प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी सुखबीर सिंह ने मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (एचआरएमएस) हेल्प डेस्क का शुभारंभ किया।

इस मौके पर मुख्य कार्मिक अधिकारी (आइआर) राजेन्द्र कुमार अग्रवाल भी उपस्थित थे। मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली सेवारत एवं सेवानिवृत रेल कर्मचारियांे को तकनीकी सहायता उपलब्ध कराएगी। भारतीय रेल ने हाल ही में इस प्रणाली को (एचआरएमएस) लांच किया है। यह सक्षमता और सुधार व भारत को डिजीटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलने की दिशा में एक सशक्त कदम है।

इससे सभी कर्मचारियों के कामकाज में आसानी होगी। रेलवे में कार्यरत और पेंशनधारियों के लिए एचआरएमएस तथा यूजर डिपो के कई माडयूल शुरू किए गए हंै। इनमें कर्मचारी स्वयंसेवा (ईएसएस) माड्यूल डाटा परिवर्तन से संबंधित कम्युनिकेशन सहित विभिन्न् माड्यूल को इंटरएक्ट करने में सक्षम बनाएगा। पीएफ एडवांस माड्यूल के माध्यम से कर्मचारी अपने पीएफ में जमा राशि को देख पाएंगे।

इसके अलावा एडवांस के लिए भी आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसी तरह सेटलमेंट माड्यूल से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की सभी अदायगी प्रक्रिया डिजीटल हो गई है। वे पेंशन बुकलेट को भर सकते हैं। सर्विस और ब्योरा आनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। पेंशन का पूरा काम आनलाइन होगा। इससे कागज की खपत कम होगी। एम्प्लाई मास्टर माड्यूल में रेलवे कर्मचारी के सभी बुनियादी सूचना मौजूद रहते हंै।

इसी तरह कागजी पास का स्थान इलेक्ट्रानिक पास माड्यूल ने ले लिया है। आफिस आर्डर माड्यूल में कार्यालयीन आदेश, नए कर्मचारियों के सेवा में शामिल होने, पदोन्न्ति स्थानांतरण और सेवानिवृत्ति संबंधी डाटा को अद्यतन बनाने का काम करता है। जोन के तीनों रेल मंडल बिलासपुर, रायपुर व नागपुर के साथ सभी वर्कशाप में इसकी शुरुआत की जाएगी।