कानपुर के परिक्षेत्र में आने वाले फर्रुखाबाद में बिना किसी को जानकारी दिए रेलवे की तीस लाख रुपये कीमत की सिग्नल केबल ले जाने के मामले में रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर, दोनों डीसीएम के चालकों समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। आरपीएफ ने पीछा कर कायमगंज में केबल से लदी दोनों डीसीएम पकड़ लीं थीं। गुरुवार को चारों लोगों को जेल भेज दिया गया।

मऊदरवाजा थाना क्षेत्र स्थित सगपुर गोवा रेलवे स्टेशन को हाल्ट का दर्जा समाप्त कर यहां तीन लाइन का स्टेशन बनाया जा रहा है। इस कारण वहां सिग्नल का काम चल रहा है। बरेली के सीनियर सेक्शन इंजीनियर हरिवंश रावत देखरेख कर रहे हैं। इस दौरान बुधवार रात को दो डीसीएम में रेलवे की सिग्नल कोर को लादकर कहीं ले जाया जा रहा था। 

इसकी भनक लगते ही आरपीएफ थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार, दारोगा बीडी शुक्ला व रामसूरत यादव फोर्स के साथ हरङ्क्षसगपुर गोवा स्टेशन पहुंचे तो पता लगा कि केबल लादकर कुछ देर पहले ही डीसीएम कायमगंज की ओर रवाना हो गई। इसके बाद आरपीएफ ने कायमगंज में घेराबंदी की।

वहां पर आरपीएफ ने उत्तरी दिल्ली थाना शस्त्री पार्क के मोहल्ला बुलंद मस्जिद भजनपुरा निवासी चालक मो. इरफान, जनपद बुलंदशहर थाना डिबाई के गांव मखौना सूरजपुर निवासी चालक मो. साजिद, सिग्नल वारिंग का काम करने वाले जनपद कानपुर देहात थाना रूरा के गांव सरगांव बुजुर्ग निवासी जितेंद्र कुमार पाल को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में तीनों ने बताया कि सगपुर गोवा रेलवे स्टेशन पर राजस्थान के जनपद चित्तौणगढ़ के थाना डूंगला के गांव देलवायरन निवासी सीनियर सेक्शन इंजीनियर हरिवंश रावत के निर्देश पर वह सिग्नल केबल लोड कर वह हल्दीरोड रेलवे स्टेशन ले जा रहे थे। 

इस पर आरपीएफ ने सीनियर सेक्शन इंजीनियर को भी गिरफ्तार कर लिया। चारों आरोपितोंं के खिलाफ बिना प्रपत्र रेलवे की केबल ले जाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। हरिवंश रावत ने बताया कि नियमानुसार उन्हें आरपीएफ मीमो भेजकर केबल ले जाने की सूचना देनी चाहिए थी। जल्दबाजी में सूचना नहीं दे सके। सिग्नल केबल लगाने का ठेका गोरखपुर के अनूप कुमार के पास है।

थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि केबल अवैध रूप से ले जाई जा रही थी। हरङ्क्षसगपुर गोवा से केबल ले जाने के संबंध में आरोपित कोई प्रपत्र नहीं दिखा पाए। चारों आरोपितों का चालान कर दिया गया। बरामद केबल की कीमत करीब 30 लाख रुपये है।