मौसम के करवट बदलते ही रेल प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। रेल प्रशासन सुरक्षा की दृष्टि से लगभग सभी तैयारी पूरी कर लिया है। इससे कोहरा से होने वाले संभावित दुर्घटना को समय रहते रोका जा सके। इसके लिए विभागीय कर्मचारियों को प्रशिक्षण के साथ आधुनिक उपकरण दिए जा रहे है। इस क्रम में रेल पटरी का निगरानी बढ़ा दी गई है। मौसम बदलते ही ठंड से दस्तक देना शुरू कर दिया है।

जल्द ही कोहरा का भी प्रकोप शुरू हो जाएगा। वही कोहरा का अच्छा खासा असर ट्रेनों के परिचालन पर भी पड़ता है। इसके लिए रेल प्रशासन लगभग पूरी तैयारी कर रखा है। ताकि कोहरा में आने वाली दिक्कत को दूर किया जा सकें। कोहरा का असर ट्रेनों के परिचालन पर न पड़े और समय से ट्रेनें गंतव्य तक पहुंच सकें। इस दौरान रेल प्रशासन लोको पायलटों को फॉग सेफ डिवाइस ड्यूटी के दौरान प्रयोग करने के लिए दे रहा है। घने कोहरा में भी सिग्नल की जानकारी आसानी से मिल सकें। इससे दुर्घटना की आशंका नहीं रहेगी। बीडी सेक्सन व आरा रेलखंड पर पहुंची पटाखा की खेप पीडीडीयू रेल मंडल के बीडी सेक्सन व सासाराम आरा रेलखंड पर कोहरा को लेकर तैयारी हो चुकी है।

सिग्नल लाइन पर घने कोहरा में प्रयोग करने के लिए सभी स्टेशनों पर पटाखा का खेप भेजी जा चुकी हे। ताकि विभागीय कर्मचारी पटाखा छोड़कर सिग्नल की जानकारी दे सकें। इसके बाद चालक दल समझ जाएगा कि आगे सिग्नल है। निगरानी के लिए नाइट पेट्रोलिंग रेल प्रशासन कोहरा को देखते हुए विभागीय कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दे रहा है। वही हिदायत के साथ खासकर नाइट फुट पेट्रोलिंग करने का निर्देश दिया है। ताकि रेल पटरी चटकने की जानकारी तत्काल संबंधित अधिकारी व कर्मचारियों को मिल सकें। ठंड में रेल पटरी चटकने की घटना बढ़ जाती हे। इसके लिए कीमैन, ट्रैकमैन व गेटमैन को दिशा निर्देश दिया गया है। कोहरा से निबटने के लिए विभागीय कर्मचारियों को प्रशिक्षण के साथ ही आधुनिक उपकरण का प्रयोग किया जा रहा है। ताकि कोहरा का असर ट्रेनों के परिचालन पर न दिखे। … केएन सिंह यादव वरीय मंडल संरक्षा अधिकारी।