रतलाम – मंडल मुख्यालय के 2000 सहित मंडल के 10 हजार मकानों में रहने वाले रेलकर्मियों को अब लगभग 18 प्रतिशत किराया ज्यादा देना होगा। शनिवार को रेलवे नई किराया सूची जारी कर दी है। यह 1 जुलाई 2020 से लागू माना जाएगा। इसके पहल 2016 में रेलवे ने किराया बढ़ाया था। पहले रेलवे चार साल में किराया बढ़ाता था। इतना ही नहीं अब हर साल 10 प्रतिशत किराया बढ़ेगा। रेलवे के मंडल में टाइप एक से पांच तक के लगभग दस हजार मकान हैं। इनमें रहने वाले कर्मचारियों से रेलवे वर्ग मीटर के हिसाब किराया लेता है, जो सीधे वेतन से काटा जाता है।

मेंटेनेंस नहीं हो रहा, ऊपर से बढ़ा दिया किराया

किराया बढ़ाने को लेकर कर्मचारियों ने विरोध करना भी शुरू कर दिया है। वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के मंडल मंत्री मनोहर बारठ, मीडिया प्रभारी अशोक तिवारी ने बताया मकान काफी पुराने हो गए हैं। मेंटेनेंस भी ठीक से नहीं किया जा रहा है। ऐसे में किराया बढ़ाना उचित नहीं हैं। वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ के मीडिया प्रभारी गौरव दुबे के अनुसार रेलवे मकान की सुविधा तो दे देता है, लेकिन रखरखाव नहीं करता। कई मकान टूट-फूट रहे हैं। कर्मचारी असुरक्षित महसूस करते हैं। नए मकान बहुत कम बन रहे हैं।

रेलवे के मकानों का किराया
टाइप पहले अब

1 86-144 100-170
2 174-240 210-290
3 306-384 360-460
4 450-840 540-1000
5 1236-3720 1470-4430
सर्वेंट 84 100
क्वाटर
(हर टाइप में भी वर्ग मीटर के हिसाब से अलग-अलग किराया लिया जाता है।)