रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी के यादव ने शुक्रवार को कहा कि पंजाब सरकार प्रदेश में सभी स्थानों पर रेलवे पटरियों को खाली कराने में नाकाम रही है और 22 स्थानों पर इसे खाली कराना अब भी बाकी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में ट्रेन सेवाओं की बहाली के लिए राज्य सरकार से 100 फीसदी सुरक्षा मंजूरी की जरूरत है। यादव ने कहा कि आंशिक रूप से ट्रेन सेवाओं की बहाली संभव नहीं है और (रेल पटरियों से) सभी अवरोधों को निश्चित रूप से हटया जाना चाहिए। इससे एक दिन पहले यादव ने प्रेस को बताया था कि राज्य सरकार ने सभी रेल पटरियों को शुक्रवार की सुबह तक खाली कराने का आश्वासन दिया है।

किसान संगठनों ने हाल में पारित कृषि कानूनों के खिलाफ रेलवे पटरियों और स्टेशन परिसरों में प्रदर्शनचेयरमैन शुरू किया था और इस कारण राज्य में रेल सेवाएं 24 सितंबर से ही निलंबित है। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि रेलवे चुनिंदा गाड़ियां नहीं चलाएगी बल्कि सभी सेवाओं को बहाल करेगी।

उन्होंने कहा, ”राज्य में अब भी 22 स्थानों पर अवरोध की स्थिति है। रेलवे सुरक्षा बल और प्रदेश पुलिस के बीच चंडीगढ़ में कल बैठक हुई और हमने उन्हें इस बात से अवगत कराया है कि वे हमें सभी ट्रेनों के लिए सुरक्षा मंजूरी दें ताकि हम एक बार में उनका परिचालन शुरू करें।” यादव ने कहा, ”हम चुनिंदा ट्रेन सेवाएं शुरू नहीं करेंगे, चाहे वह मालगाड़ी हो या सवारी गाड़ी। हमने उनसे कहा है कि ट्रेनों के परिचालन के लिए उनसे हमें 100 फीसदी सुरक्षा मंजूरी चाहिए।”

सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान इस बात का संकेत मिला था कि राज्य सरकार माल गाड़ियों का परिचालन फिर से शुरू कराना चाहती है लेकिन यात्री गाड़ियों की नहीं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार से कुछ दिनों के लिए कुछ चुनिंदा वस्तुओं की ढुलाई का भी प्रस्ताव मिला था जिससे रेलवे ने इनकार कर दिया।

सूत्रों ने बताया कि रेलवे ने राज्य सरकार को बता दिया है कि उनका यह प्रस्ताव व्यवहार्य नहीं है। यादव ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता में कहा, ”यात्री ट्रेनों की बुकिंग है और यह दुखद है कि त्यौहार के समय में हम हर दिन ट्रेनें रद्द कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, ”मुझे राज्य सरकार पर पूरा विश्वास है कि कुछ समय में अवरोध हटा लिया जायेगा और हमें कल के लिए निर्धारित ट्रेनों को रद्द नहीं करना पड़ेगा।”

इस बीच रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक अरुण कुमार ने कहा कि जहां कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों को पटरियों से हटा दिया गया है वे फिर जमा हो गए हैं। उन्होंने कहा कि चिंता इस बात की है कि कहीं वे फिर से रेल पटरियों को अवरूद्ध न कर दें।