43600 से ज्यादा मूल वेतन पानेवाले रेल कर्मचारियों के वेतन से अब रात्रि भत्ते की कटौती होगी। धनबाद रेल मंडल के 4170 कर्मचारी इस दायरे में आ गए हैं। रेलवे ने न सिर्फ संबंधित विभाग के कर्मचारियों की सूची जारी की है, बल्कि कार्मिक विभाग ने कटौती का आदेश भी जारी कर दिया है।

रेलवे बोर्ड ने पिछले माह 29 सितंबर को आदेश जारी कर 43600 से ज्यादा मूल वेतन पानेवाले रेल कर्मचारियों के रात्रि भत्ता पर रोक लगा दी थी। साथ ही यह आदेश भी दिया था कि तय मानक से अधिक वेतन वाले वैसे कर्मचारी जिन्हें रात्रि भत्ते का भुगतान किया जा चुका है, उनके वेतन से एक जुलाई 2017 से रात्रि भत्ते के किए गए भुगतान की कटौती की जाए। रेलवे बोर्ड के पत्र के बाद धनबाद रेल मंडल ने भी कटौती का आदेश जारी कर दिया हैं। रात्रि भत्ता कटौती के तौर पर रेलकर्मियों के वेतन से लगभग 32 करोड़ की रिकवरी की जाएगी। रेलकर्मियों के वेतन से नहीं होने देंगे कटौती, 10 दिनों में वापस होगा आदेश

रेलकर्मियों के वेतन से कटौती के आदेश के खिलाफ यूनियन ने मोर्चा खोल दिया है। ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के अपर महामंत्री डीके पांडेय ने कहा कि किसी भी रेल कर्मचारी के रात्रि भत्ते के रूप में जुलाई 2017 से दी गई राशि की कटौती उनके वेतन से नहीं की जाएगी। डीआरएम कार्यालय के यूनियन दफ्तर में बातचीत के दौरान डीके पांडेय ने कहा कि इस विषय पर ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने आश्वासन कहा कि यह आदेश 10 दिन में वापस हो जाएगा। इस मामले पर रेलवे बोर्ड के समक्ष फेडरेशन ने ठोस पहल करते हुए रात्रि भत्ते के भुगतान के सार्थक औचित्य को लिखित रूप से प्रस्तुत किया है। 43600 से अधिक मूल वेतन वाले रेल कर्मचारियों के रात्रि भत्ते के लिए भी तर्कसंगत पत्र लिखा गया है।

पांडेय ने कहा कि यदि मांग पूरी नहीं हुई तो फेडरेशन के आह्वान पर बोनस की तरह ईसीआरकेयू के बैनर तले सभी रेल कर्मचारी रात्रि ड्यूटी का बहिष्कार कर जोरदार आंदोलन को तैयार हैं। मौके पर जियाउद्दीन, ओपी शर्मा, एके दा, एनके खवास, विश्वजीत मुखर्जी, आरके सिंह, तपन विश्वास, एके दास, सुबोध सिंह उपस्थित थे।