बोनस भुगतान में देरी पर कर्मचारी यूनियनों द्वारा सीधी कार्रवाई के आह्वान पर रेलवे बोर्ड ने सख्त रुख अपनाया है। बोर्ड ने सोमवार को आदेश जारी कर कहा कि ट्रेनों का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं। अगर कोई रेल कर्मचारी रैलियों या प्रदर्शनों में हिस्सा लेता है तो उसके बारे में रिपोर्ट बोर्ड को भेजी जानी चाहिए।

हर साल दुर्गा पूजा से पहले दिए जाने वाले उत्पादकता से जुड़े बोनस का भुगतान 20 अक्टूबर से पहले नहीं किए जाने पर ऑल इंडिया रेलवे मैन फेडरेशन (एआइआरएफ) ने शुक्रवार को रेलवे को 22 अक्टूबर से सीधी कार्रवाई शुरू करने की धमकी दी थी। जवाब में रेलवे बोर्ड ने सभी महाप्रबंधकों को भेजे पत्र में कहा है, ‘रेलवे प्रशासन में आत्मसंतुष्टि की कोई जगह नहीं होनी चाहिए और सुचारू रेल संचालन और अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कड़े कदम उठाए जाने चाहिए।’

बता दें कि रेलवे ने फेस्टिवल सीजन के लिए 392 पूजा स्पेशल ट्रेनों की लिस्ट जारी की है, ये ट्रेनें आज से शुरू हो रही हैं। भारतीय रेलवे के मुताबिक, ये ट्रेनें 30 नवंबर तक चलेंगी। ये फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें कोलकाता, पटना, वाराणसी, लखनऊ और दिल्‍ली से चलेंगी, ताकि दुर्गा पूजा, दशहरा, दिवाली, छठ पूजा पर यात्रियों की मांग को पूरा किया जा सके। हालांकि, रेलवे ने कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर यात्रियों के लिए नियमों को सख्‍त कर दिया है। साथ ही नियम तोड़नेवालों के खिलाफ जुर्माने और सजा भी बढ़ा दी गई है। ऐसे में अगर आप इन स्‍पेशल ट्रेनों में सफर कर रहे हैं, तो नियमों को अच्‍छी तरह जान लें।

भारतीय रेलवे ने कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए 22 मार्च से सभी पैसेंजर ट्रेनों पर रोक लगा रखी है। हालांकि, लोगों की मांग के मुताबिक, नियमित रूप से 300 से ज्‍यादा स्पेशल मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जा रही हैं। दरअसल, अर्थव्‍यवस्‍था के पहिए को गति देने के लिए ट्रेनों को रफ्तार देना बेहद जरूरी हो गया है। ऐसे में रेलवे ने 12 सितंबर से 80 अतिरिक्त ट्रेनें चलाई हैं, जिन्हें क्लोन ट्रेन नाम दिया गया है। इन ट्रेनों से अभी तक हजारों लोग सफर कर चुके हैं।