कोल इंडिया प्रबंधन ने बोनस मामले को लेकर 15 अक्टूबर को रांची में पहली बार स्टैंडराइजेशन कमेटी की बैठक बुलाई है। बैठक आईआईसीएम में सुबह 11 बजे से होगी। इस बैठक में कोल इंडिया के दो लाख 48 हजार 886 और सिंगरैनी कोलियरी कंपनी लिमिटेड के 48 हजार 942 कोयलाकर्मियों की निगाहें लगी हैं। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो बैठक में इस साल कोयला मजदूरों की बोनस पर फैसला हो जाएगा। इस संबंध में कोल इंडिया के जीएम (एमपी एंड आईआर) अजय कुमार के हस्ताक्षर से पिछले आठ अक्तूबर को बैठक से संबंधित पत्र जारी कर विभिन्न मजदूर संगठन के नेताओं को रांची बुलाया है। पिछले साल कोयलाकर्मियों को 64,700 रुपए का बोनस मिला था। इसलिए इस साल भी उम्मीद किया जा रही है कि 70 से 75 हजार रुपए के करीब बोनस की राशि उनके खाते में आएगी। चौक-चौराहों पर इसकी चर्चा कोयलाकर्मियों के बीच शुरू भी हो गई है।

बैठक में 4 श्रम संगठनों के 4 प्रतिनिधि होंगे शामिल

बैठक में बीएमएस और एचएमएस की ओर से दो-दो तथा एटक और सीटू के एक-एक प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। जिसमें बीएमएस के बीके राय और सुधीर घुराड़े, एचएमएस के नाथूलाल पांडेय और एसके पांडेय, एटक के रमेंद्र कुमार और सीटू के डीडी रामानंदन शामिल हैं। कांग्रेस से संबद्ध इंटक में चल रहे आंतरिक विवाद कारण किसी गुट को बोनस की बैठक के लिए 2017 से लगातार चौथी बार भी नहीं बुलाया गया। बैठक में प्रबंधन की ओर से कोल इंडिया के चेयरमैन पीके अग्रवाल और डायरेक्टर (पीएंडआईआर) आरपी श्रीवास्तव के अलावा डायरेक्टर पर्सनल(सीसीएल और ईसीएल) विजय रंजन, डायरेक्टर पर्सनल (बीसीसीएल) पीवीकेएम राव, डायरेक्टर पर्सनल (एसईसीएल)आरके झा, डायरेक्टर पर्सनल (डब्लूसीएएल) संजय कुमार, डायरेक्टर पर्सनल (एमसीएल) केशवराव, डायरेक्टर पर्सनल (एनसीएल) विमल इंदु राव, डायरेक्टर पर्सनल (सीएमपीडीआई) एसके गोमास्ता एवं डायरेक्ट पर्सनल (एससीसीएल) एस चंद्रशेखर हिस्सा लेंगे।

पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर बोनस दिलाएंगे

पिछले वर्ष की तुलना में कोल इंडिया ने बेहतर उत्पादन के साथ-साथ मुनाफा में भी बढ़ोतरी की है। इसलिए कोयला कर्मियों को भरोसा दिलाते हैं कि बोनस पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर होगा।”
डीडी रामनंदन, महासचिव, सीटू।