रेलवे कर्मचारी संगठन अब बोर्ड पर बोनस देने के लिए दबाव बना रहे हैं। कर्मचारी संगठनों के शीर्ष पदाधिकारियों ने रविवार को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव के साथ मीटिंग में बोनस देने का मुद्दा उठाया। कर्मचारी संगठन की ओर से नाइट अलाउंस पर आदेश वापस लेने की भी मांग की गई है।

कर्मचारी संगठन के नेताओं का कहना है कि बोनस को लेकर उहापोह है। पिछले साल तक 78 दिन का बोनस दिया गया। इस साल 74 दिन का बोनस देने के लिए रेलवे मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा है। वित्त मंत्रालय की स्वीकृति के बाद ही बोनस मिल पाएगा। विभिन्न मुद्दों पर हुई वार्ता के बाद एनसीआरईएस के महामंत्री आरपी सिंह ने बताया कि बोनस बोनस और नाइट अलाउंस वापस लेने समेत कुल 14 बिंदुओं पर वार्ता हुई है।

एनसीआरईएस के महामंत्री ने कहा कि रेलवे कर्मचारियों का बोनस नहीं रोका जाना चाहिए। कोरोना जैसे संकट के दौर पर जब हर व्यक्ति घरों में कैद था तब रेलवे के कर्मचारियों ने दिनरात मेहनत की। मालगाड़ियों के संचालन के लिए रेलवे का पूरा ढांचा काम करता रहा। लॉकडाउन में स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ। महामंत्री के मुताबिक बोर्ड की ओर से साकारात्माक घोषणा की उम्मीद करते हैं। एनसीआरईएस के सहायक मंडल मंत्री ने बताया कि झांसी में होने वाली कार्यकारिणी में भी कर्मचारियों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होनी है।

केंद्र सरकार द्वारा रेल कर्मचारियों को बोनस नहीं दिए जाने से नाराज कर्मचारी सरकार का विरोध कर रहे हैं। वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्प्लाइज यूनियन द्वारा विरोध में बोनस अधिकार पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसके तहत सोमवार को स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया गया।

05 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्प्लाइज यूनियन द्वारा पश्चिम मध्य रेलवे की सभी स्टेशनों, कार्य स्थलों, गैंग चालों, रेलवे कॉलोनियों में रेल कर्मचारियों को बोनस, रेलों के निजीकरण, एनपीएस के प्रति जागरूकता लाने के लिए बोनस अधिकार पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। यूनियन के यूथ मंडल सचिव रवि राय ने बताया कि सन् 1974 की रेल हड़ताल के अमर शहीदों की कुर्बानी से मिले बोनस के अधिकार की अनदेखी केंद्र सरकार कर रही है। कर्मचारियों के डीए, नाइट डयूटी आदि में कटौती एवं रेलों के निजीकरण, एनपीएस के विरोध में भोपाल मंडल के सभी स्टेशनों पर आम सभा करके कर्मचारियों को जागरूक किया जा रहा है। सोमवार को विभिन्ना डिपो के कर्मचारी रेलवे स्टेशन पर लॉबी के सामने एकत्रित हुए और केंद्र सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन किया।

यूनियन के सहायक महामंत्री संजय जैन ने बताया कि पिछले दिनों नाइट डयूटी बंद करने एवं कटौती करने के आदेश जारी हुए हैं। इसी प्रकार बिना जॉब एनालिसिस के प्वाइंट्स मैनों एवं स्टेशन मास्टर ड्यूटी रोस्टर 8 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे किया गया है। इससे रेल कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। लोको शाखा सचिव जॉर्ज ने कहा कि सरकार की मनमानी से समस्त श्रेणी के कर्मचारी पीड़ित हैं। जल्द ही सरकार ने कर्मचारियों की मांगों पर गौर नहीं किया तो आंदोलन को तीव्र किया जाएगा। इस अवसर पर संतोष सैनी, वासु यादव, शशि भूषण, अफसर अली, नवनीत, रवि प्रजापति, केके राय, हरिमोहन कौशिक, चंद्रकांत सहित अन्य उपस्थित रहे।