कोरोना काल में ज्यादातर भत्तों पर रेड सिग्नल मिलने से मायूस रेल कर्मचारियों को सुकून देनेवाली खबर है। 17 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू हो रही है। इसके पहले ही उनके लिए बोनस की घोषणा हो सकती है। रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) ने बोनस का लेखा-जोखा तैयार कर वित्त मंत्रालय को सौंप दिया है। वित्त मंत्रालय (Ministry of Finance) से कभी भी इस पर मुहर लग सकती है। वहां से ग्रीन सिग्नल मिलते ही रेल मंत्रालय बोनस की घोषणा कर देगी।

बोनस का लाभ धनबाद रेल मंडल (Dhanbad Railway Division) के लगभग 20 हजार कर्मचारियों को मिलेगा। हर कर्मचारी की जेब में पिछले साल की तरह इस बार भी 17,950 रुपए आएंगे। बोनस की रकम कर्मचारियों के बैंक खाते में भेजी जाएगी। धनबाद मंडल में बोनस के तौर पर लगभग 36 करोड़ रुपए बंटेंगे। इसको लेकर धनबाद रेल मंडल के कर्मियों में खुशी है। उनका कहना है कि लॉकडाउन के बाद लग रहा था कि इस बार बोनस नहीं मिलेगा, लेकिन अब उम्मीद जगी है।

इस बारे में आल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री ने अगस्त में ही बोनस को लेकर रेलवे बोर्ड को पत्र भेज दिया था। रेलवे ने अपना रेफरेंस वित्त मंत्रालय को दे दिया है। अब वित्त मंत्रालय स्तर से इस पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह कर्मचारियों ने जान जोखिम में डालकर काम किया है। उसे ध्यान में रखकर बोनस की घोषणा जल्द होनी चाहिए।

शिव गोपाल मिश्र ने कहा कि बोनस रेल कर्मी का हक़ है और अगर बोनस पर रेल मंत्रालय अगर रोक लगाएगा तो ए.आई.आरएफ उसी समय एक्शन में आएगी।