एक जनवरी 2021 के बाद रिक्त पदों के सापेक्ष होने वाली रेलवे में परीक्षाएं नई व्यवस्था के तहत ही आयोजित होंगी। परीक्षा प्री और मेंस के आधार पर होंगी। प्री परीक्षा में 100 नंबर के आब्जेक्टिव सवाल होंगे।

लवे में अब कर्मचारी से अधिकारी बनना आसान नहीं होगा। रेलवे बोर्ड ने ग्रुप सी से बी में पदोन्नति के लिए 70 और 30 फीसद की आयोजित होने वाली सीमित विभागीय प्रतियोगी परीक्षा को कठिन और पारदर्शी बना दिया है। जोनल स्तर पर होने वाली परीक्षाएं भारतीय रेलवे स्तर पर एक साथ होगी। परीक्षा के लिए रेलवे बोर्ड ने नई नीति तैयार कर दी है।

एक  जनवरी 2021 के बाद रिक्त पदों के सापेक्ष होने वाली परीक्षाएं नई व्यवस्था के तहत ही आयोजित होंगी। परीक्षा प्री और मेंस के आधार पर होंगी। प्री परीक्षा में 100 नंबर के आब्जेक्टिव सवाल होंगे। 75 फीसद से अधिक अंक पाने वाले अभ्यर्थियों में से मेंस के लिए एक पद के सापेक्ष पांच को बुलाया जाएगा। मेंस में 60 फीसद से अधिक अंक पाने वाले अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए चयनित होंगे। परीक्षा में माइनस मार्किंग होगी। आने वाले दिनों में सभी परीक्षाएं कंप्यूटर पर आधारित होंगी। अभी तक परीक्षा में 150-150 नंबर के दो पेपर होते थे। 60 फीसद से अधिक अंक पाने वाले अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता था।

रेलवे बोर्ड की निगरानी में तैयार होंगे पेपर नई परीक्षा नीति में पेपर भी रेलवे बोर्ड की निगरानी में तैयार होंगे। बोर्ड खुद पेपर तैयार कराएगा या एक जोन का पेपर दूसरे में भेज देगा। इस नई व्यवस्था से परीक्षा में जहां पारदर्शिता आएगी वहीं जोनल स्तर के अधिकारियों की मनमानी पर भी अंकुश लगेगा। नई व्यवस्था को लागू करने के लिए बोर्ड ने सभी जोनल कार्यालयों को निर्देशित कर दिया है।

चल रही परीक्षाओं पर बोर्ड ने लगाई रोक भारतीय रेलवे के कई जोन में परीक्षाएं चल रही हैं। रेलवे बोर्ड ने लेखा को छोड़कर यातायात, वाणिज्य, कार्मिक, सिग्नल, विद्युत,  यांत्रिक, इंजीनियङ्क्षरग और स्टोर विभागों की परीक्षाओं पर रोक लगा दी है। फिलहाल, जहां लिखित परीक्षा नहीं हुई है वहीं के लिए रोक है। बोर्ड ने कहा है कि जहां लिखित परीक्षा हो चुकी है, वहां यथाशीघ्र साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी कर लें। पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर में भी अभी साक्षात्कार होना है। 

70 फीसद में भाग लेते हैं वरिष्ठ रेल कर्मचारी 70 फीसद की सीमित विभागीय प्रतियोगी परीक्षा में ग्रुप सी के वरिष्ठ रेल कर्मचारी (पर्यवेक्षक स्तर) भाग लेते हैं। जबकि, 30 फीसद की परीक्षा में 42 सौ ग्रेड पे में पांच वर्ष की सेवा पूरी कर चुके ग्रुप सी के सभी कर्मचारी भाग लेते हैं।