Janata Curfew: For the first time in Indian Railways' history ...

रेलकर्मियों को अपनी नौकरी से संबंधित जानकारी हासिल करने के लिए अब विभागों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। अब वे अपना सर्विस बुक, पदोन्नति और व्यक्तिगत विवरण अपने मोबाइल पर ही देख और जान सकेंगे। कर्मचारियों की सुविधा के लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (एचआरएमएस) तैयार कर रहा है। तैयारी अंतिम चरण में है। जल्द ही यह प्रणाली लागू हो जाएगी।

क्रिस के दिशा-निर्देशन में लागू की जा रही यह प्रणाली रेलवे बोर्ड की पहल पर सेंटर फार रेलवे इंफार्मेशन सिस्टम (क्रिस) के दिशा-निर्देशन में यह प्रणाली लागू की जा रही है। यह प्रणाली पूरी तरह ऑनलाइन होगी। इसके लिए क्रिस  मोबाइल अप्लीकेशन भी तैयार कर रहा है।  रेलकर्मी अपने मोबाइल पर इस प्रणाली का लाभ उठा सकेंगे। कर्मचारी सर्विस बुक, नियुक्ति, पदोन्नति, प्रशिक्षण, अवकाश, वेतन और अन्य सभी तरह की व्यक्तिगत व पारिवारिक जानकारी हासिल कर सकेंगे। सर्विस बुक या वेतन आदि में किसी भी प्रकार की विसंगति होने पर उसका सुधार भी हो जाएगा। इस प्रणाली को प्रत्येक कर्मचारियों तक पहुंचाने के लिए छ डिजिट का एचआरएमएस कोड आवंटित किया जाएगा।

5381 कर्मचारियों का बन चुका है एचआरएमएस कोड मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार इस नई व्यवस्था से पारदर्शिता आएगी। कर्मचारियों की संतुष्टि की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। विसंगतियों का समाधान भी समय रहते हो जाएगा।

छह माह तक वापस होंगे निरस्त टिकट, मिलेगा पूरा किराया एक जुलाई से 12 अगस्त तक ट्रेनों के साथ आरक्षित टिकट भी निरस्त हो गए हैं। रेलवे बोर्ड ने यात्रियों को सहूलियत दी है। यात्री छह माह तक कभी भी अपना टिकट निरस्त करा सकते हैं। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार ङ्क्षसह के अनुसार इंटरनेट से बुक टिकटों की वापसी स्वत: हो जाएगी। संबंधित खाते में पूरा किराया वापस हो जाएगा। ङ्क्षप्रट टिकट रेलवे के काउंटर या आइआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैटङ्क्षरग एंड टूरिज्म कारपोरेशन) की वेबसाइट से निरस्त होंगे। रेलवे के हेल्पलाइन नंबर 139 पर भी टिकट निरस्त हो जाएंगे। हेल्पलाइन नंबर पर टिकट निरस्त कर यात्री छह माह के अंदर कभी भी काउंटर पर पहुंचकर पूरा किराया ले सकते हैं।