Rail Transport in India

रेलवे में 55 साल की उम्र पार कर चुके ऐसे कर्मचारियों की छंटनी की जाएगी, जो काम में सुस्त पड़ चुके हैं और अब रिटायरमेंट तक नौकरी में समय काट रहे हैं। ऐसे लोगों को समय से पहले नौकरी से बाहर कर दिया जाएगा। प्रदर्शन के आधार पर ही इन कर्मचारियों को रेल सेवा में रखने और हटाने का डाटा तैयार किया गया है।

रेलवे बोर्ड के आदेश को आधार बनाकर रेलवे के कई जोनों में कार्यरत 55 वर्ष से अधिक उम्र वाले अथवा 30 साल से अधिक नौकरी पूरी करने वालों के कार्यों की समीक्षा करा रहे हैं। रेलवे बोर्ड का मानना है कि 30 से 32 प्रतिशत कर्मचारी हैं, जिन्होंने 30 साल की सेवा पूरी की है और उनकी उम्र भी 55 से अधिक हो चुकी है। रेलवे कर्मचारियों के कार्यों की समीक्षा के तहत कर्मचारियों के कार्यालय आने-जाने का समय, कार्य क्षमता, स्वास्थ्य, किसी तरह की कोई सजा हुई है उसकी समीक्षा करने सहित अन्य बिंदुओं का आकलन किया जाएगा।

आने वाले तीन साल में कर्मचारियों की संख्या तीन लाख कम करने का लक्ष्य भाररतीय रेलवे में हर साल जितनी नियुक्ति नहीं होती है, उससे अधिक रेलवे कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं। रेलवे कर्मचारियों की संख्या कम करने के लिए बार-बार बोर्ड जोनल मुख्यालय को पत्र भेजता रहता है, कभी 50 प्रतिशत कर्मचारियों की संख्या कम करने तो कभी नए पदों पर बहाली रोकने का आदेश दिया जाता है। रेलवे के अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, कई रेल मंडलों में कर्मचारियों की संख्या लगातार कम हो रही है जिसे रेल सुरक्षा में कमी आ रही है। इनमें से अगले तीन साल में और ज्यादा कर्मचारियों की संख्या कम हो जाने की संभावना है।

रिटायर होने वाले कर्मचारियों की जगह नई नियुक्ति नहीं की जाएगी और वह पद स्वत: समाप्त होता जाएगा। नतीजतन कर्मचारियों की संख्या कम होती जाएगी। इसी तरह देशभर में रेलवे में 12.5 लाख कर्मचारी हैं, यह संख्या आने वाले तीन साल में नौ लाख तक करने का लक्ष्य आला अफसरों को दिया गया है। रेलवे के आंकड़ों के मुताबिक 2008 से लेकर 2018 तक, एक भी साल ऐसा नहीं रहा, जिसमें रिटायर होने वाले कर्मचारियों की तुलना में अधिक लोगों को नौकरियां मिली हो। यही वजह है कि रेलवे में खाली पदों की संख्या बढ़कर करीब 3 लाख तक पहुंच गई।

अफसर चाहें तो रिटायर हो सकते हैं अधिकारी: रेलवे ने अधिकारियों को यह भी आदेश दिया है कि लगभग 55 साल वाले कर्मचारी को मेडिकल कारण से भी रिटायर कर सकते हैं।

Source:- LiveHindustan