कोरोना संकट और लॉकडाउन के चलते सरकारी खजाने में पड़ रहे भार के चलते तेलंगाना सरकार ने कर्मचारियों के वेतन में 50 फीसदी की कटौती का फैसला लिया है। सरकार मई महीने के लिए कर्मचारियों को मिलने वाली सैलरी में यह कटौती लागू करेगी। यही नहीं सरकार ने पेंशनर्स को मिलने वाली पेंशन पर भी कैंची चलाई है।

सरकार ने तय किया है कि पेंशन में 25 फीसदी की कटौती की जाएगी। चीफ मिनिस्टर ऑफिस (सीएमओ) की ओर से जारी बयान में ये जानकारी सामने आई है। इस फैसले के बाद तेलंगाना में सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को लगातार तीसरे महीने के लिए वेतन और पेंशन में कटौती का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा सरकार ने ऑल इंडिया सर्विस ऑफिसर्स की सैलरी में 60 फीसदी की कटौती तो वहीं कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे कर्मचारियों की सैलरी में 10 फीसदी की कटौती का फैसला किया है।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने कहा कि ‘अगर कर्मचारियों के वेतन और पेंशन का भुगतान किया जाता है, तो खर्च 3,000 करोड़ से अधिक होगा। पूरा खजाना खाली हो जाएगा और इसलिए कोई भुगतान नहीं किया जा सकता है और न ही कोई काम किया जा सकता है। इसलिए हमें एक उचित रणनीति अपनानी होगी। कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन के चलते राज्य में गंभीर आर्थिक संकट है।’

बता दें कि देशव्यापी लॉकडाउन के चलते 2 महीने से ज्यादा समय से देशभर में आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित रही हैं। सरकार को रेवन्यू के तौर पर मिलने वाली रकम में भारी कमी आई है। वहीं सरकारी खजाने में रखे पैसों का इसस्तेमाल महामारी के खिलाफ किया जा रहा है। तेलंगाना ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी कर्मचारियों के वेतन में कटौती पर फैसले लिए गए हैं।