रेलवे कर्मचारी का दर्द: 14 घंटे से ड्यूटी पर हूं, हादसा हुआ तो मेरी जिम्मेदारी नहीं
एक गेटमैन ने अपनी ड्यूटी डायरी में लिखा – मैं सुबह छह बजे से ड्यूटी पर हूं। रात के दस बज गए हैं अभी तक कोई दूसरा कर्मचारी नहीं आया। वरीय अधिकारियों को कई बार बताया पर कोई सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में मेरे अत्यधिक थके होने से कभी भी कोई बड़ा ट्रेन हादसा हो सकता है। इसमें मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
अत्यधिक काम और अधिकारियों द्वारा शिकायत नहीं सुने जाने से त्रस्त रेलवे के एक गेटमैन ने ट्रेन दुर्घटना को लेकर यह चेतावनी दी है। पटना-गया रूट के नदौल स्टेशन के पास रेलवे फाटक पर तैनात गेटमैन संतोष कुमार ने यह सब ड्यूटी डायरी में भी लिख दिया है। उसने मंडल रेल परिचालन प्रबंधक बीके दास को भी शिकायती पत्र लिखा है। डायरी में ही उसने अपने बयान के रूप में अपने साथ होने वाले व्यवहार के बारे में पूरा जिक्र किया है।
रविवार (12 मई) की रात को लिखी शिकायत में उसने कहा कि सुबह छह बजे से उससे ड्यूटी कराई जा रही है। शाम के छह बजे तक ड्यूटी से नहीं छूटा। रात 8:30 बजे तक जब कोई ड्यूटी पर नहीं आया तो दानापुर मंडल के सीनियर परिचालन प्रबंधक के मोबाइल पर फोन करता रहा लेकिन साढ़े दस बजे भी उन्होंने फोन नहीं उठाया।
जांच शुरू, गेटमैन से होगी पूछताछ
गेटमैन की शिकायत के बाद परिचालन विभाग में हड़कंप मच गया। सीनियर डीओएम ने परिचालन से जुड़े पदाधिकारियों से सोमवार को पूछताछ शुरू की। इनमें से सभी ने गेटमैन से शिकायत मिलने की बात से इनकार किया। मंडल के पीआरओ संजय कुमार प्रसाद ने बताया कि बुधवार को गेटमैन और अन्य पदाधिकारियों से आमने-सामने बैठाकर पूछताछ होगी। जो भी दोषी होगा, कड़ी कार्रवाई की जाएगी।