Unique railway station of Indian Railway

देश के 16 रेलवे जोन में से चार का मध्‍यप्रदेश के खंडवा में संगम होता है। आधे किलोमीटर में यहां चार रेलवे के जोन बदल जाते हैं। सेंट्रल रेलवे, वेस्टर्न रेलवे, वेस्ट सेंट्रल रेलवे और साऊथ सेंट्रल रेलवे को जोड़ने वाला यह देश का अनोखा स्टेशन है। इसके साथ ही देश के लगभग हर कोने के लिए खंडवा से सीधी ट्रेन है।

1866 में ब्रिटिश शासनकाल के दौरान बना खंडवा जंक्शन संभवत: देश का एकमात्र स्टेशन है, जहां चार रेलवे जोन और मंडल जुड़ते हैं। भुसावल मंडल के अंतर्गत आने वाले जंक्शन पर ब्रॉडगेज लाइन के सेंट्रल रेलवे मुंबई और वेस्ट सेंट्रल रेलवे जबलपुर मिलते हैं। वहीं मीटरगेज ट्रैक पर वेस्ट्रर्न रेलवे मुंबई और साऊथ सेंट्रल रेलवे सिकंदराबाद का संगम होता है।

इसके साथ ही भुसावल, भोपाल, नांदेड और रतलाम मंडल भी खंडवा में जुड़ते हैं। शहरी क्षेत्र में मीटर गेज ट्रेक पर दो रेलवे फाटक हैं। इनमें से तीन पुलिया रोड का रेलवे फाटक दक्षिण मध्य रेलवे और लालचौकी का रेलवे फाटक वेस्टर्न रेलवे में आता है।

देश के हर कोने के लिए रेल

खंडवा जंक्शन से देश के लगभग हर कोने के लिए सीधी रेल हैं। यहां से मुंबई, गोवा, दिल्ली, कोलकाता, बेंगलूरू, हैदराबाद, जम्मू, गुवाहटी, अहमदाबाद, राजकोट, अजमेर, रांची, अमृतसर, वाराणसी, नागपुर सहित देश के विभिन्न् हिस्सों के लिए ट्रेन हैं। जिसके चलते इंदौर, धार, खरगोन व बड़वानी सहित कई शहरों से यात्री खंडवा आकर ट्रेन की आरक्षण कराते हैं।

फैक्ट फाइल

– 25 हजार यात्रियों की रोजाना आवाजाही।

– 100 से अधिक ट्रेनें रोजाना गुजरती हैं।

– 6 प्लेटफार्म से गुजरती है ट्रेनें।

एकमात्र स्टेशन

खंडवा जंक्शन पर रेलवे के चार जोन और मंडल जुड़ते हैं। देश के कई स्टेशनों पर रेलवे के दो या तीन जोन का संगम होता है। चार जोन को जोड़ने वाला यह देश का सम्भवत: एकमात्र स्टेशन है।-मनोज झंवर, मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी, भुसावल मंडल, मध्य रेलवे